लोहरदगा: राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए की प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू को समर्थन देने को लेकर तमाम अनिश्चितताओं पर विराम लगाते हुए झारखंड मुक्ति मोर्चा ने अपना समर्थन देने की घोषणा कर दी है. भारतीय जनता पार्टी ने इस फैसले का स्वागत किया है. इसी बीच लोहरदगा के सांसद सुदर्शन भगत ने जो कुछ कहा है, उसके बाद कांग्रेस जरूर खुश हो जाएगी. सुनिए सांसद ने क्या कहा है.
मजबूरी और दबाव में जेएमएम ने लिया है फैसलाः लोहरदगा सांसद सुदर्शन भगत शुक्रवार को लोहरदगा में विकास एवं अनुश्रवण समिति की बैठक में शामिल हुए. इस दौरान जब उनसे राष्ट्रपति चुनाव में द्रौपदी मुर्मू को झारखंड मुक्ति मोर्चा द्वारा समर्थन दिए जाने से संबंधित सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि हम झारखंड मुक्ति मोर्चा के निर्णय का स्वागत करते हैं, परंतु इतना जरूर है कि झारखंड मुक्ति मोर्चा ने मजबूरी और आदिवासी समाज के दबाव में यह फैसला लिया है.
उन्होंने कहा कि आजादी के 70 साल के बाद पहली बार किसी आदिवासी महिला को राष्ट्रपति बनने का मौका मिल रहा है. ऐसे में झारखंड मुक्ति मोर्चा की मजबूरी थी कि वह द्रौपदी मुर्मू का समर्थन करे. सांसद ने कहा है कि जहां तक बाबूलाल मरांडी और सांसद निशिकांत दुबे के दिल्ली जाने की बात है तो यह सांगठनिक विषय है और इस पर वह बहुत ज्यादा कुछ नहीं कहेंगे.