लोहरदगाः लोहरदगा प्रशासन ने रामनवमी हिंसा के मामले में बड़ा खुलासा किया है. प्रशासन ने कहा कि हिंसक घटना एक साजिश का हिस्सा थी. उन्होंने यह भी दावा किया है कि साजिशकर्ताओं को चिन्हित कर लिया गया है. बुधवार को एसडीओ कार्यालय में विभिन्न समाज के लोगों की बैठक आयोजित की गई, ताकि सामाजिक सौहार्द बना रहे.
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अनुमंडल पदाधिकारी अरविंद कुमार लाल ने कहा कि हिंसक घटना को स्लीपर सेल की ओर से अंजाम दिया गया है. इस घटना को लेकर पिछले 6 महीने से तैयारी की जा रही थी. सदर थाना क्षेत्र के हिरही गांव के आसपास संदेहास्पद गतिविधियां चल रही थी. रामनवमी की शोभायात्रा के दिन भी ऑटो से कुछ लोग घूम रहे थे. ये लोग दुपट्टा चौक के आसपास घटना को अंजाम देना चाहते थे. लेकिन समय रहते प्रशासन और पुलिस को इसकी जानकारी मिल गई. यही वजह रही कि उन्होंने दुपट्टा चौक के बदले हिरही में वारदात को अंजाम दे दिया.
एसडीओ ने कहा कि पुलिस साजिशकर्ताओं के काफी करीब पहुंच गई है. शीघ्र ही पूरे मामले का खुलासा किया जाएगा. उन्होंने सभी समुदाय के लोगों से अपील करते हुए कहा कि शांति व्यवस्था बनाए रखें और प्रशासन की मदद करें. लोहरदगा में साल 2020 में सांप्रदायिक हिंसा की घटना के बाद से स्लीपर सेल सक्रिय है. इस सांप्रदायिक हिंसा में भी स्लीपर सेल के लोग शामिल हैं.