लोहरदगाः पिछले दो सालों तक कोविड-19 की वजह से मंदिरों के कपाट बंद थे. सावन का महीना फीका जा रहा था. शिव भक्तों का उत्साह कोरोना संक्रमण की वजह से अपने चरम पर नहीं पहुंच पा रहा था, परंतु इस बार शिवभक्त उत्साहित हैं. लोहरदगा से पैदल चलकर रांची के पहाड़ी बाबा मंदिर में जलाभिषेक के लिए सैकड़ों की संख्या में शिव भक्त रवाना हो गए हैं. सोमवार को शिव भक्त पहाड़ी मंदिर में जलाभिषेक करेंगे. पदयात्रा के लिए जाते हुए शिव भक्तों का उत्साह देखते ही बन रहा था.
बोल बम के जयकारों से गूंजा वातावरणः लोहरदगा शहर का वातावरण रविवार को बोल बम के जयकारे से गूंज उठा. लोहरदगा से सैकड़ों की संख्या में शिवभक्त रांची पहाड़ी मंदिर के लिए रविवार को पैदल निकल पड़े. युवाओं की यह टोली सावन के पहले सोमवार के मौके पर रांची के पहाड़ी मंदिर में बाबा भोलेनाथ का जलाभिषेक करेगी. कोरोना काल में युवाओं की टोली दो साल से रांची के पहाड़ी मंदिर नही जा सकी थी. इस बार भक्तों में पैदल पहाड़ी मंदिर जाने को लेकर काफी उत्साह देखा गया.
यात्रा से पहले युवाओं की इस टोली ने लोहरदगा शंख नदी में स्नान किया और फिर अपने पात्र में जल भरकर रांची पहाड़ी मंदिर के लिए निकल पड़े. युवाओं की यह टोली लोहरदगा से रांची 75 किलोमीटर की यात्रा पैदल तय कर रही है. इनके रास्ते में कुडू, चान्हो, मांडर, रातू और फिर रांची आएगा. प्रतिवर्ष सैकड़ों युवाओं की यह टोली सावन की पहली सोमवारी को लोहरदगा से रांची पैदल चलकर पहाड़ी मंदिर में भोलेनाथ का जलाभिषेक करती है.