लोहरदगा: झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय महासचिव और प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य रविवार को लोहरदगा पहुंचे. इस दौरान लोहरदगा जिला परिसदन में मीडिया से भी रूबरू हुए. इससे पहले कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया. उन्होंने कार्यकर्ताओं के साथ संक्षिप्त बैठक की. केंद्र सरकार द्वारा बीते दिनों नौकरशाही पर दिल्ली सरकार के नियंत्रण को लेकर लाए गए अध्यादेश पर अपना महत्वपूर्ण बयान दिया है. सुप्रियो भट्टाचार्य का बयान इस वजह से भी महत्वपूर्ण हो जाता है कि वह पार्टी के केंद्रीय महासचिव हैं और प्रवक्ता भी हैं.
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कांग्रेस के साथ संबंधों पर असर नहीं: सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में दिल्ली सरकार बनाम उपराज्यपाल मामले में ऐतिहासिक फैसला सुनाया था. सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में कहा था कि नौकरशाही पर दिल्ली सरकार का नियंत्रण होना चाहिए, लेकिन फैसले के एक हफ्ते के भीतर केंद्र ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश को रद्द कर दिया. इतना ही नहीं, केंद्र की ओर से सुप्रीम कोर्ट के फैसले को दरकिनार करने के लिए अध्यादेश लाया गया था. इस मामले को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बीते दिनों झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात की थी.
इस मुलाकात के दौरान कांग्रेस का कोई नेता मौजूद नहीं था. जिसे लेकर मीडिया में तरह-तरह की बातें सामने आ रही थी. इसी मुद्दे पर किए गए सवाल में सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि अरविंद केजरीवाल अपने पार्टी के सर्वोच्च नेता हैं. उन्होंने झारखंड मुक्ति मोर्चा के अध्यक्ष से अध्यादेश को लेकर समर्थन मांगा. इसी मुद्दे पर मुलाकात की. जब किसी पार्टी का सर्वोच्च नेता किसी दूसरे पार्टी के सर्वोच्च नेता से मुलाकात करता है, तो इस दौरान किसी तीसरे दल की उपस्थिति नहीं बनती है. कांग्रेस पार्टी के साथ उनके संबंध पहले की तरह ही बने हुए हैं. इस मुद्दे से आपसी संबंधों पर कोई असर होने वाला नहीं है.
केजरीवाल को झामुमो का समर्थन: उन्होंने कहा है कि उनकी पार्टी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा मांगे गए समर्थन के साथ है और लोकसभा और राज्यसभा में केंद्र सरकार द्वारा अध्यादेश लाए जाने पर उसका पुरजोर विरोध करेगी. उन्होंने कहा कि सीएम अरविंद केजरीवाल और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के बीच मुलाकात के दौरान कांग्रेस का नहीं होना, यह कहीं से भी साबित नहीं करता है कि कांग्रेस के साथ संबंध खराब हैं. सीएम केजरीवाल ने झारखंड मुक्ति मोर्चा के अध्यक्ष से मुलाकात कर समर्थन मांगा था. उन्हें जब भी कांग्रेस से बात करनी होगी तो वह राज्यस्तरीय कमेटी के बजाय केंद्रीय कमेटी से मुलाकात करेंगे. ऐसे में पार्टी अध्यादेश को लेकर अपनी राय स्पष्ट कर चुकी है.
सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि रेल दुर्घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण घटना है. हम शोकाकुल परिवार के साथ हैं. उन्होंने कहा कि जब देश का प्रधानमंत्री हर एक चीज का उद्घाटन करने में लगा हो तो फिर आम आदमी की सुरक्षा कहां महत्वपूर्ण रह जाती है. दुर्घटना स्थल के दौरे के क्रम में भी प्रधानमंत्री का फोकस कहीं और नजर आया है.