लोहरदगा: जिला में रामनवमी के जुलूस से पहले हिंदू धार्मिक संगठन के सदस्यों ने सड़क पर उतरकर जोरदार आंदोलन किया. लोहरदगा जिला प्रशासन और राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. प्रशासन पर तानाशाही रवैया अपनाने का आरोप लगाया. जिसके बाद मौके पर जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन के पदाधिकारियों के अलावा जनप्रतिनिधि भी पहुंचे. लेकिन इस प्रदर्शन की वजह से कुछ देर के लिए स्थिति असामान्य हो गई थी.
रविवार को लोहरदगा में रामनवमी के जुलूस से पहले यह अफवाह फैली कि जिला प्रशासन द्वारा डीजे संचालकों और हिंदू धार्मिक संगठन के सदस्यों को प्रताड़ित किया जा रहा है. डीजे संचालकों को जबरन उठाकर थाना में बंद किया जा रहा है. हिंदू धार्मिक संगठन के सदस्यों को परेशान किया जा रहा है. जिसके बाद केंद्रीय महावीर मंडल, विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल सहित विभिन्न धार्मिक संगठन के सदस्य और विभिन्न महावीर अखाड़ा के सदस्यों ने शहर के हटिया गार्डन रोड में प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन किया और धरने पर बैठ गए.
सड़क पर ही प्रदर्शन करते हुए सरकार और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की. सूचना मिलने पर तत्काल वहां पर लोकसभा सांसद सुदर्शन भगत, अनुमंडल पदाधिकारी अरविंद कुमार लाल, सदर थाना प्रभारी पुलिस निरीक्षक मंटू कुमार, राज्यसभा सांसद प्रतिनिधि अशोक यादव सहित कई अधिकारी और जनप्रतिनिधि पहुंचे. सभी लोगों ने प्रदर्शन कर रहे लोगों को समझाया कि इस प्रकार की कोई भी बात नहीं है, यह महज अफवाह है. प्रशासन द्वारा किसी को भी गिरफ्तार करने या हिरासत में लेने की कार्रवाई नहीं की गयी है.
जनप्रतिनिधियों और प्रशासन के काफी समझाने के बाद मामला शांत हुआ और इसके बाद रामनवमी का जुलूस शुरू हुआ. लोहरदगा में रामनवमी के जुलूस से ठीक पहले एक अफवाह की वजह से कुछ देर के लिए स्थिति असामान्य जरूर हो गई थी. नाराज विभिन्न हिंदू संगठन के सदस्य धरना पर बैठ गए थे. लेकिन जनप्रतिनिधियों और प्रशासन की टीम की सार्थक पहल से उन्हें सझाया गया. इसलिए लोगों को इस तरह की अफवाहों पर ध्यान ना देने की अपील प्रशासन और सरकार की ओर से हमेशा की जाती है.