लोहरदगा: जिले में कोरोना पॉजिटिव का पहला मामला प्रकाश में आने के बाद स्वास्थ्य विभाग अब अलर्ट मोड पर है. स्वास्थ्य विभाग की ओर से कई जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं. खासकर दूसरे प्रदेश से आने वाले मजदूरों की निगरानी और जांच को लेकर अब सतर्कता और भी ज्यादा बढ़ा दी गई है. सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि अब-तक सिर्फ रेड जोन से आने वाले मजदूरों या दूसरे लोगों की जांच ही की जाती थी, लेकिन अब ऑरेंज जोन से आने वाले लोगों की भी जांच की जाएगी.
स्वास्थ्य विभाग की बढ़ गई जिम्मेवारी
लोहरदगा में स्वास्थ्य विभाग की जिम्मेदारी अब और भी ज्यादा बढ़ गई है. कोरोना पॉजिटिव का पहला मामला प्रकाश में आने के बाद स्वास्थ्य विभाग सक्रिय हो गया है. दूसरे प्रदेश के आने वाले मजदूर और दूसरे लोगों की जांच को लेकर अब प्रक्रिया को ज्यादा मजबूत कर दिया गया है. ऑरेंज जोन से आने वाले लोगों की भी जांच की जाएगी. उनका स्वाब लेकर जांच केंद्र में भेजा जाएगा. साथ ही उन्हें क्वॉरंटाइन भी किया जाएगा.
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लोहरदगा जिले में अब तक कुल 830 लोगों का सैंपल जांच के लिए भेजा गया था. जिसमें से 1 मरीज का रिपोर्ट पॉजिटिव आ चुका है. स्वास्थ्य विभाग को 830 लोगों में से 630 लोगों का रिपोर्ट आ चुका है. जबकि अभी भी 199 लोगों की रिपोर्ट का इंतजार है. जैसे-जैसे समय बढ़ रहा है, वैसे-वैसे स्वास्थ्य विभाग की जिम्मेदारियां भी बढ़ने लगी है. नए-नए क्वॉरंटाइन सेंटर के लिए भवनों की तलाश की जा रही है. जिससे कि प्रवासी मजदूरों और दूसरे लोगों को क्वॉरंटाइन किया जा सके.
लोहरदगा में कोरोना पॉजिटिव का पहला मामला प्रकाश में आने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने अब जांच प्रक्रिया को ज्यादा मजबूत करने का फैसला लिया है. अब तक सिर्फ रेड जोन से आने वाले लोगों की जांच की जाती थी, लेकिन अब ऑरेंज जोन से आने वाले लोगों की भी जांच की जाएगी. साथ ही उन्हें क्वॉरंटाइन किया जाएगा.