लोहरदगा: कहा जाता है कि अपराधी कितने ही शातिर क्यों न हो गुनाह का सबूत छोड़ ही देता है. कुछ ऐसा ही किया है गोड्डा बैंक लूट कांड के एक अपराधी ने. एक छोटी से गलती ने उसे सलाखों के पीछे पहुंचा दिया. बैंक से 16 लाख रुपए से ज्यादा लूटने के बाद अपराधी अपनी मोटरसाइकिल के चक्कर में जेल के पीछे पहुंच गया है. गोड्डा बैंक लूट कांड में अब तक दो अपराधियों की गिरफ्तारी हो चुकी है.
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लोरहदगा स्टेशन पर हुई गिरफ्तारी: दरअसल बैंक लूट के बाद अपराधी राजधानी रांची में छिपकर रह रहा था. लेकिन उसकी बाइक पल्सर 220 लोहरदगा के रेलवे स्टेशन पर खड़ी थी. जिसे लेने के लिए वो लोहरदगा आया हुआ था. उस दौरान पहले से जाल बिछाए आरपीएफ के जवानों ने उसे गिरफ्तार कर लिया. इस तरह गोड्डा बैंक लूट कांड में अब तक दो अपराधियों की गिरफ्तारी हो चुकी है. इससे पहले लोहरदगा के ही सदर थाना क्षेत्र के पानी टंकी नदिया मैदान के पास नरेश कुमार के किराए के मकान से अपराधी बॉम्बे कुमार को गिरफ्तार किया गया था.
आरपीएफ को मिली थी गुप्त सूचना: दरअसल आरपीएफ को ये गुप्त सूचना मिली थी गोड्डा बैंक लूट में शामिल एक अपराधी अपनी पल्सर बाइक जो स्टेशन पर खड़ा है उसे लेने के लिए पहुंचने वाला है. जिसके बाद उसको पकड़ने के लिए योजना बनाई गई. उसके बाद अपराधी जब रेलवे स्टेशन के पार्किंग में पहुंचा तो पहले से वहां मौजूद आरपीएफ के जवानों को देखकर वो फरार होने की कोशिश करने लगा. जिसके बाद उसे खदेड़ कर पकड़ लिया गया. लोहरदगा स्टेशन से पकड़े गए अपराधी का नाम राजेश कुमार पॉल है जो बिहार के समस्तीपुर मुसरीघरारी के रहने वाले रामभरोसे पॉल का बेटा है. राजेश पॉल ने बैंक लूट समेत कई घटनाओं में अपनी संलिप्ता स्वीकार की है.