लोहरदगा: जिले में सिविल सर्जन डॉ. विजय कुमार सहित सदर अस्पताल के कई डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ क्वॉरेंटाइन कर दिए गए हैं. सभी सेल्फ क्वारेंटाइन हो गए हैं. इसके पीछे वजह है कि सदर अस्पताल लोहरदगा का मेडिकल सामग्री सप्लायर और उसके मामा और बहन के अलावा जिले के 5 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. इसके बाद हड़कंप मच चुका है. जिला प्रशासन ने शहर के 2 इलाकों को सील कर दिया है. वहां पर किसी को भी आने-जाने की अनुमति नहीं है. लोहरदगा में स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ चुकी है. सदर अस्पताल का मेडिकल आइटम सप्लायर, उसकी बहन और मामा कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. इसके बाद स्वास्थ्य विभाग अलर्ट पर है. सिविल सर्जन और कई मेडिकल स्टाफ इस वजह से क्वारेंटाइन हुए हैं कि मेडिकल सप्लायर का लगातार सदर अस्पताल आना- जाना लगा रहता था.
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शहर के मैना बगीचा रोड स्थित नेहरू युवा केंद्र गली और शहर के पावरगंज के दुर्गाबाड़ी लेन को सील कर दिया गया है. यहां पर पुलिस बल के जवानों को तैनात किया गया है. जिससे कि कोई भी व्यक्ति बाहर-अंदर नहीं आ-जा सके. इसके अलावा दो दर्जन से ज्यादा लोगों को क्वॉरेंटाइन किया गया है. उनके सैंपल लेकर जांच की जा रही है. सैंपल रिपोर्ट आने के बाद स्थिति पूरी तरह से स्पष्ट हो सकेगी. शहर में कोरोना पॉजिटिव का मामला सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन अलर्ट हो चुका है. कई दुकानों को भी बंद करा दिया गया है.
लगातार मामले आ रहे सामने
बता दें कि लोहरदगा के कुडू थाना क्षेत्र में 1 जुलाई को चार कोरोना संक्रमित मरीज मिले थे. इसके बाद जिला प्रशासन ने गांव को सील कर दिया और कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया था. इसके बाद ही अगले दिन वहां पर दो नए मरीजों की पुष्टि की गई. वहीं, 1 जुलाई को ही दिल्ली में सुरक्षा गार्ड की नौकरी करने वाला एक व्यक्ति कोरोना से संक्रमित पाया गया था, लेकिन वह भागकर लोहरदगा पहुंच गया था. स्वास्थ्य विभाग ने जांच की तो वह व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव पाया गया था. वहीं, 7 जून को भी जिले में 11 नए कोरोना पॉजिटिव मरीज पाए गए थे. लोहरदगा जिले में अभी तक 64 कोरोना वायरस संक्रमित हैं. इसमें से 48 कोरोना पॉजिटिव ठीक होकर अपने घर चले गए हैं. जिले में अब कुल 16 एक्टिव केस हैं.