लोहरदगा: जिले में पिछले 23 जनवरी को हुई हिंसक घटना के बाद कर्फ्यू लगा दी गयी थी. इस दौरान सुरक्षा व्यवस्था के तगड़े इंतजाम किए गए हैं. 23 जनवरी के बाद से लेकर अब तक जनजीवन ठप पड़ चुका है. लोग घरों में कैद रहने को विवश हैं. अब जैसे-जैसे स्थिति सामान्य हो रही है, वैसे-वैसे जिला प्रशासन की ओर से जनजीवन को पटरी पर लाने की कोशिशें भी तेज हो गई हैं.
जनजीवन सामान्य बनाने की कोशिश
जिला प्रशासन का प्रयास है कि आम लोगों के साथ मिलकर लोहरदगा की शांति व्यवस्था को फिर बहाल किया जाए. इसके लिए जिला प्रशासन की ओर से प्रयास तेज कर दिये गये हैं. सभी लोगों से जनजीवन को सामान्य बनाने में सहयोग की अपील भी की जा रही है. जिला प्रशासन के अधिकारी लगातार पूरे जिले में भ्रमण कर अनाउंसमेंट के माध्यम से जनजीवन को सामान्य बनाने की कोशिश कर रहे हैं.
ये भी पढ़ें- चूहे खा गए 49 हजार रुपए, दुखी हैं सखी मंडल समूह की महिलाएं
दो चरण में छूट
लोहरदगा में जिला प्रशासन की ओर से कर्फ्यू में बड़ी राहत देते हुए जनजीवन को पटरी पर लाने की कोशिश के रूप में घटना के सातवें दिन बुधवार को कर्फ्यू में चार घंटे की ढील दी गई है. पहले चरण में सुबह 10:00 बजे से लेकर दोपहर 12:00 बजे तक और दूसरे चरण में दोपहर 2:00 बजे से लेकर शाम 4:00 बजे तक के लिए कर्फ्यू में छूट दी गई है.
ये भी पढ़ें- शरजील इमाम को बिहार से दिल्ली ले जा रही पुलिस, देशद्रोह का है आरोपी
जिला जनसंपर्क कार्यालय की ओर से जारी आदेश
जिला जनसंपर्क कार्यालय की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि कर्फ्यू में किसी भी तरह के नियम और शर्तों का उल्लंघन नहीं करना है. सभी लोग आवश्यक शर्तों का पालन करेंगे. लोग घर से बाहर जरूरी सामानों की खरीद को लेकर ही निकलेंगे. इसमें किसी भी तरह की कोताही होने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. जिला प्रशासन की ओर से लोगों से कर्फ्यू के दौरान और कर्फ्यू में ढील के दौरान भी सहयोग का अनुरोध किया जा रहा है. जिला प्रशासन का प्रयास है कि स्थिति जितनी जल्दी सामान्य हो जाए, लोहरदगा में उतनी ही जल्दी शांति व्यवस्था कायम हो जाएगी.