लोहरदगा: शनिवार को लोहरदगा सिविल कोर्ट परिसर में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है. इस मामले को जिला अधिवक्ता संघ ने गंभीरता से लिया है. मामले को लेकर प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश और लोहरदगा पुलिस अधीक्षक को भी लिखित आवेदन दिया गया है. मामले को लेकर अधिवक्ताओं ने चेतावनी भी दी है. अधिवक्ताओं ने साफ कहा है कि कार्रवाई नहीं हुई तो वे 10 अक्टूबर से अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार करेंगे.
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लोहरदगा जिले के सेन्हा थाना क्षेत्र के दांदू गांव निवासी नूरहसन अंसारी और मुस्तकीम अंसारी के खिलाफ वारंट जारी किया गया था. दोनों किसी मामले में वांछित थे. इसी बीच सेन्हा थाना पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में पेश करने के लिए शनिवार को लोहरदगा व्यवहार न्यायालय भेज दिया. पुलिसकर्मी दोनों आरोपियों को कोर्ट के सामने ले जा रहे थे. इसी बीच आरोपी का वकील अब्दुल रब सामने से आ गए. दोनों आरोपियों ने अपने वकील को रोक कर बात करनी चाही.
रिलीज ऑर्डर को लेकर हुआ विवाद: आरोपियों का कहना था कि जब उनकी रिलीज ऑर्डर जारी हो चुकी है तो रिलीज ऑर्डर थाने पर क्यों नहीं भेजी गई. जिस पर वकील ने कहा कि यह कोर्ट का काम है. उन्होंने अपना काम कर दिया. इसी बीच दोनों आरोपियों ने अधिवक्ता अब्दुल रब को अपशब्द कहते हुए सरेआम थप्पड़ लगा दिया. आरोपियों को लेकर आई पुलिस तुरंत हरकत में आई और दोनों आरोपियों को कोर्ट ले जाया गया.
जिला अधिवक्ता संघ ने की कार्रवाई की मांग: इस मामले को जिला अधिवक्ता संघ ने गंभीरता से लिया है. जिला अधिवक्ता संघ के सचिव लाल दीपक कुमार ने प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश और लोहरदगा पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपा है. जिसमें कहा गया है कि यह मामला बेहद गंभीर है. अगर इस मामले में तत्काल कार्रवाई नहीं की गई तो अधिवक्ता 10 अक्टूबर से अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार करेंगे. यह मामला कोर्ट परिसर में चर्चा का विषय बना हुआ है. इस मामले में जब लोहरदगा एसपी हरीश बिन जमां से फोन पर बात की गई तो उन्होंने कहा कि लिखित शिकायत मिलने के बाद पुलिस नियमानुसार कार्रवाई करेगी.