लोहरदगाः सरकार के आत्मसमर्पण नीति नई दिशा से प्रभावित होकर भाकपा माओवादी के सब जोनल कमांडर रामजीत नगेशिया उर्फ रामू ने लोहरदगा पुलिस के समक्ष एसपी कार्यालय में आत्मसमर्पण कर दिया है. लोहरदगा जिले के पेशरार थाना अंतर्गत रोरद गोमिया टोली गांव निवासी बनेश्वर नागेशिया उर्फ बनिया के पुत्र रामजीत नगेशिया ने उपायुक्त आकांक्षा रंजन, एसपी प्रियदर्शी आलोक और सीआरपीएफ 158 बटालियन के कमांडेंट के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया.
भाकपा माओवादी के सब जोनल कमांडर रामजीत नगेशिया के विरुद्ध लोहरदगा और लातेहार जिले के चार अलग-अलग थानों में मामले दर्ज है. इसमें लातेहार जिले के बारेसांढ़ थाना में एक, लोहरदगा जिले के किस्को थाना में एक, पेशरार थाना में एक और सेरेंगदाग थाना में एक मामला दर्ज है. रामजीत साल 2013 में भाकपा माओवादी नक्सली संगठन के हार्डकोर नक्सली रविंद्र गंझू के दत्ता में शामिल हुआ था. इस दौरान साल 2016 में बूढ़ा पहाड़ के बगल में लाटूगांव के पास पुलिस के साथ मुठभेड़ में भी रामजीत शामिल था. रामजीत साल 2019 में बिना हथियार के संगठन छोड़ कर भाग गया था. उसने संगठन से घर जाने के लिए छुट्टी मांगी थी. नक्सली संगठन से उसका मन उब चुका था. ऐसे में वह परिवार वालों के साथ घर में रहना चाहता था. इसी वजह से उसने झारखंड सरकार के आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति नई दिशा से प्रभावित होकर पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया.