लोहरदगा: व्यवहार न्यायालय में 48 घंटे के लिए कामकाज बंद किया गया है. विगत दिनों लोहरदगा सदर थाना के एक पुलिस पदाधिकारी के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद एहतियातन के तौर पर यह कदम उठाया गया है.
बताया जा रहा है कि संक्रमित पुलिस पदाधिकारी व्यवहार न्यायालय लोहरदगा में कई लोगों से मिले थे, जिसके बाद सतर्कता बरतते हुए व्यवहार न्यायालय में कामकाज को फिलहाल बंद कर दिया गया है. अधिवक्ताओं को व्यवहार न्यायालय परिसर और अधिवक्ता भवन नहीं आने को कहा गया है.
लोहरदगा व्यवहार न्यायालय में पिछले कई महीनों से कामकाज बुरी तरह से प्रभावित हुआ है. सबसे पहले 23 जनवरी 2020 को लोहरदगा में हिंसा भड़कने के बाद लगाए गए कर्फ्यू की वजह से कोर्ट परिसर में सन्नाटा पसर गया था.कई दिनों तक कामकाज प्रभावित हुआ था.
इसके बाद देश भर में लगाए गए लॉकडाउन की वजह से लोहरदगा व्यवहार न्यायालय में कामकाज प्रभावित हुआ. हाल के समय में अदालत की कार्रवाई के अलावा अधिवक्ताओं का आना-जाना शुरू हुआ, जिसके बाद कोर्ट परिसर में सन्नाटा पसर चुका है.
विगत दिनों सदर थाना के एक पुलिस पदाधिकारी कोरोना वायरस से पॉजिटिव पाए गए. कहा जा रहा है कि पुलिस पदाधिकारी व्यवहार न्यायालय में कई लोगों से मिले थे. इसके बाद एहतियातन के तौर पर व्यवहार न्यायालय में कामकाज बंद कर दिया गया है.
ज्यादातर कर्मचारी होम क्वॉरेंटाइन हो चुके हैं. इसके अलावा अधिवक्ताओं को घरों में रहने को कहा गया है. वहीं उपभोक्ता फोरम में भी कामकाज बंद पड़ा हुआ है. अधिवक्ता भवन में ताला लटका हुआ है. पूरे कोर्ट परिसर में सन्नाटा है. अपने जरूरी काम के लिए कोर्ट परिसर आने वाले लोग परेशान होकर अपने घर वापस लौट रहे हैं.
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लोहरदगा व्यवहार न्यायालय परिसर में सन्नाटा पसरा हुआ है ना तो अधिवक्ता नजर आ रहे हैं और ना ही अपने काम से आने वाले लोग. विगत दिनों एक पुलिस पदाधिकारी के व्यवहार न्यायालय आने के बाद कई लोगों से मिलने की जानकारी मिलने पर व्यवहार न्यायालय लोहरदगा में कामकाज ठप पड़ गया है. अधिवक्ताओं को घर जाने को कहा गया है. अगले 48 घंटों तक एहतियातन व्यवहार न्यायालय में कोई भी कामकाज नहीं होगा.