लोहरदगा: पुलिस अक्सर अपराधियों को हथियार के साथ गिरफ्तार करती है. कई बार बड़े अपराधी पुलिस के हाथ लगते हैं. भारी मात्रा में हथियार भी बरामद होते हैं. नक्सलियों के साथ भी अक्सर ऐसा ही होता है, लेकिन इस बार कहानी जरा अलग है. यहां पर समोसा और अंडा बेचने की छोटी सी दुकान में हथियार है. बात सिर्फ यहीं खत्म नहीं होती, जहां हथियार मिले हैं, उस बात को लेकर अब विवाद खड़ा हो गया है (Controversy after weapons found from hotel).
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ग्रामीणों ने बताया बेकसूर: पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि लोहरदगा जिले के कुडू थाना क्षेत्र के फुलसुरी बड़का टोली में एक अंडा और समोसा बेचने वाली दुकान में देसी कट्टा और कारतूस छिपाकर रखे गए हैं. जिसके बाद पुलिस की टीम ने वहां पर छापेमारी की. पुलिस ने एक देसी कट्टा और दो कारतूस बरामद कर लिए. मामले में दुकान चलाने वाले मंगरा उरांव नाम के दुकानदार को पुलिस ने हिरासत में ले लिया. इसके बाद बखेड़ा शुरू हो गया.
जानकारी मिलते हीं आदिवासी समाज के दर्जनों महिला-पुरुष थाना पहुंच गए. सभी लोग मंगरा को बेकसूर बता रहे थे. सभी का कहना था कि मंगरा बेकसूर है, उसे जानबूझकर फंसाया गया है. उसका पड़ोसी के साथ जमीन विवाद पिछले एक साल से चला रहा है. शायद इसी वजह से उसे फंसाया गया है, इसलिए उन्होंने पुलिस से मंगरा को छोड़ने की बात कही. हालांकि पुलिस की ओर से ग्रामीणों को भरोसा दिया गया है कि कोई भी बेकसूर व्यक्ति जेल नहीं जाएगा. पुलिस पूरी जांच के बाद और सबूत मिलने के आधार पर ही किसी को जेल भेजेगी.