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लोहरदगा: ऑक्सीजन लेवल गिरने से 90 प्रतिशत लोगों की हुई थी मौत, जानिए अब क्या है व्यवस्था

लोहरदगा में कोरोना से जो मौत हुई थी. वो ज्यादातर मौतें ऑक्सीजन की कमी (Lack of Oxygen) की वजह से हुई थी. लेकिन अब स्वास्थ्य विभाग (Health Department) ने अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी को दूर कर लिया है. साथ ही बेड को भी बढ़ा दिया गया है और दावा किया जा रहा है कि आगे ऐसा नहीं होगा.

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ऑक्सीजन की कमी की वजह से हुई थी मौत
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Published : Jun 29, 2021, 7:35 PM IST

Updated : Jun 29, 2021, 9:16 PM IST

लोहरदगा: कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान लोहरदगा (Lohardaga) जिले में सरकारी आंकड़ों में 88 लोगों की मौत हुई थी. निजी अस्पतालों (Private Hospital) में मौत की संख्या इससे कहीं ज्यादा है. सर्वेक्षण के दौरान भी चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं. जब समीक्षा हुई तो यह स्पष्ट हुआ कि ऑक्सीजन लेवल गिरने की वजह से 90 प्रतिशत लोगों की मौत हुई है. उस समय लोहरदगा का स्वास्थ्य विभाग (Lohardaga Health Department) आवश्यकताओं को लेकर उतना अपडेट नहीं था. फिलहाल स्वास्थ्य विभाग ने कई जरूरी कदम उठाए हैं. जिसके दम पर दावा किया जा रहा है कि अब हम ऐसी स्थिति नहीं आने देंगे. हम पूरी तरह से तैयार हैं.

ये भी पढ़े- 3rd Wave of Corona: MMCH में तैयार हो रहे बच्चों के स्पेशल वार्ड का काम धीमा, डीसी कर रहे मॉनिटर

ऑक्सीजन व्यवस्था पर पूरी तरह से है जोर

जिले में स्वास्थ्य विभाग तमाम आवश्यकताओं को पूरा करने को लेकर पूरा जोर लगा रहा है. सबसे पहले ऑक्सीजन की व्यवस्था (Available Of Oxygen) को दुरुस्त किया गया है. सिविल सर्जन डॉ. विजय कुमार (Vijay Kumar) का भी कहना है कि ज्यादातर लोगों की मौत ऑक्सीजन लेवल गिरने की वजह से हुई थी. जिनका 40 प्रतिशत से कम ऑक्सीजन लेवल था, उन लोगों की मौत हुई. लेकिन अब स्वास्थ्य विभाग ने अब व्यवस्था को मजबूत कर लिया है. सबसे पहले पाइपलाइन के माध्यम से ऑक्सीजन आपूर्ति की व्यवस्था (Oxygen Supply System) सुनिश्चित की गई है.

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अस्पतालों में बेड की व्यवस्था

इसके अलावा ऑक्सीजन युक्त बेड (Oxygenated Beds) की संख्या 138 कर दी गई है. वहीं सदर अस्पताल (Sadar Hospital) के पास 31 नैम्युलायजर, सदर अस्पताल में वेंटीलेटर (Ventilator in Sadar Hospital) के साथ उपलब्ध कुल 12 बेड है, ऑक्सीजन-आईसीयू बेड की संख्या 64 है, सदर अस्पताल में बच्चों के लिए आईसीयू बेड उपलब्ध कराया गया है. पाइपलाइन की सहायता से सभी बेड को जोड़ा गया है. इसके अलावा आधा दर्जन अस्पतालों को स्वास्थ्य विभाग ने अपडेट कर लिया है. जहां पर ऑक्सीजन और बिना ऑक्सीजन वाले बेड उपलब्ध कराए गए हैं. 27 निजी अस्पतालों (Private Hospitals) को किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए तैयार रखा गया है.

देखें पूरी खबर

तीसरी लहर की तैयारी में जुटा स्वास्थ्य विभाग

लोहरदगा में ऑक्सीजन की कमी की वजह से होने वाली मौत को रोकने के लिए अब स्वास्थ्य विभाग तैयार है. आईसीयू, वेंटीलेटर, पाइपलाइन से ऑक्सीजन की आपूर्ति, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, निम्यूलाइजर, बच्चों के लिए आईसीयू समेत तमाम व्यवस्थाओं को दुरुस्त किया गया है. इसके अलावा ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना भी जल्द ही की जाएगी. ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना को लेकर स्थल का चयन कर लिया गया है. कोविड-19 के संभावित तीसरे लहर को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग तैयार नजर आ रहा है.

लोहरदगा: कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान लोहरदगा (Lohardaga) जिले में सरकारी आंकड़ों में 88 लोगों की मौत हुई थी. निजी अस्पतालों (Private Hospital) में मौत की संख्या इससे कहीं ज्यादा है. सर्वेक्षण के दौरान भी चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं. जब समीक्षा हुई तो यह स्पष्ट हुआ कि ऑक्सीजन लेवल गिरने की वजह से 90 प्रतिशत लोगों की मौत हुई है. उस समय लोहरदगा का स्वास्थ्य विभाग (Lohardaga Health Department) आवश्यकताओं को लेकर उतना अपडेट नहीं था. फिलहाल स्वास्थ्य विभाग ने कई जरूरी कदम उठाए हैं. जिसके दम पर दावा किया जा रहा है कि अब हम ऐसी स्थिति नहीं आने देंगे. हम पूरी तरह से तैयार हैं.

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ऑक्सीजन व्यवस्था पर पूरी तरह से है जोर

जिले में स्वास्थ्य विभाग तमाम आवश्यकताओं को पूरा करने को लेकर पूरा जोर लगा रहा है. सबसे पहले ऑक्सीजन की व्यवस्था (Available Of Oxygen) को दुरुस्त किया गया है. सिविल सर्जन डॉ. विजय कुमार (Vijay Kumar) का भी कहना है कि ज्यादातर लोगों की मौत ऑक्सीजन लेवल गिरने की वजह से हुई थी. जिनका 40 प्रतिशत से कम ऑक्सीजन लेवल था, उन लोगों की मौत हुई. लेकिन अब स्वास्थ्य विभाग ने अब व्यवस्था को मजबूत कर लिया है. सबसे पहले पाइपलाइन के माध्यम से ऑक्सीजन आपूर्ति की व्यवस्था (Oxygen Supply System) सुनिश्चित की गई है.

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अस्पतालों में बेड की व्यवस्था

इसके अलावा ऑक्सीजन युक्त बेड (Oxygenated Beds) की संख्या 138 कर दी गई है. वहीं सदर अस्पताल (Sadar Hospital) के पास 31 नैम्युलायजर, सदर अस्पताल में वेंटीलेटर (Ventilator in Sadar Hospital) के साथ उपलब्ध कुल 12 बेड है, ऑक्सीजन-आईसीयू बेड की संख्या 64 है, सदर अस्पताल में बच्चों के लिए आईसीयू बेड उपलब्ध कराया गया है. पाइपलाइन की सहायता से सभी बेड को जोड़ा गया है. इसके अलावा आधा दर्जन अस्पतालों को स्वास्थ्य विभाग ने अपडेट कर लिया है. जहां पर ऑक्सीजन और बिना ऑक्सीजन वाले बेड उपलब्ध कराए गए हैं. 27 निजी अस्पतालों (Private Hospitals) को किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए तैयार रखा गया है.

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तीसरी लहर की तैयारी में जुटा स्वास्थ्य विभाग

लोहरदगा में ऑक्सीजन की कमी की वजह से होने वाली मौत को रोकने के लिए अब स्वास्थ्य विभाग तैयार है. आईसीयू, वेंटीलेटर, पाइपलाइन से ऑक्सीजन की आपूर्ति, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, निम्यूलाइजर, बच्चों के लिए आईसीयू समेत तमाम व्यवस्थाओं को दुरुस्त किया गया है. इसके अलावा ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना भी जल्द ही की जाएगी. ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना को लेकर स्थल का चयन कर लिया गया है. कोविड-19 के संभावित तीसरे लहर को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग तैयार नजर आ रहा है.

Last Updated : Jun 29, 2021, 9:16 PM IST
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