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132 साल पुराना है लोहरदगा नगरपालिका का इतिहास, संरक्षित करने की है जरूरत

लोहरदगा नगरपालिका का इतिहास 132 साल पुराना है. फिलहाल, यह नगर परिषद बन चुका है. बता दें कि नगर परिषद अध्यक्ष अनुपमा भगत का कहना है कि इसके इतिहास को समेटने की जरूरत है.

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लोहरदगा नगरपालिका
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Published : Aug 12, 2020, 7:22 PM IST

लोहरदगा: नगरपालिका के इतिहास को समेटने की जरूरत है, नगरपालिका का इतिहास काफी गौरवशाली रहा है. फिर एक बार नगरपालिका के पुराने प्रशासनिक और ऐतिहासिक भवन को संरक्षित कर एक पहचान देने की कोशिश तेज हो चुकी है. नगर परिषद की ओर से इसके लिए योजना भी बनाई जा रही है. हालांकि, बड़ा सवाल यह है कि इस योजना को धरातल पर कब तक उतारा जाएगा. 132 साल पुरानी नगरपालिका के प्रशासनिक भवन को संरक्षित करने की जरूरत है.

देखें पूरी खबर
अंग्रेज अधिकारी थे पहले चेयरमैनलोहरदगा नगरपालिका का इतिहास 132 साल पुराना है. फिलहाल, यह नगर परिषद बन चुका है. नगरपालिका के पहले चेयरमैन एक अंग्रेज अधिकारी एफ हान थे. लोहरदगा नगर पालिका का गठन 1 जुलाई 1888 को हुआ था. लोहरदगा के कई लोगों ने इसके विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है. स्वर्गीय राय साहब बलदेव साहू, डॉ द्वारिका प्रसाद, महेंद्र बाबू, कासिम बाबू, अभिमन्यु प्रसाद, स्वर्गीय मनमोहन लाल अग्रवाल, स्वर्गीय बुद्धन सिंह, स्वर्गीय बलदेव तमेड़ा जैसे लोगों ने इस संस्था को गरिमा प्रदान की है. आज भी यह प्रशासनिक भवन बेहतर स्थिति में है. भले ही इस भवन को वर्तमान में सफाई कर्मचारी उपयोग में लाते हैं.

ये भी पढ़ें- किसानों की ऋण माफी की घोषणा पर बीजेपी ने सरकार को घेरा, कहा- पहले काम करके तो दिखाए

बोर्ड की बैठक में चर्चा

बता दें कि नगर परिषद का नया प्रशासनिक भवन एमजी रोड में बन चुका है, पर इस ऐतिहासिक भवन को एक पहचान देने की जरूरत है. यहां के इतिहास को समेटने और सुरक्षित करने की जरूरत है. नगर परिषद की ओर से इसके लिए प्रयास भी किए जा रहे हैं. नगर परिषद के अध्यक्ष अनुपमा भगत कहती हैं कि इसके लिए बोर्ड की बैठक में चर्चा भी हुई है. जल्द ही कोई फैसला लिया जाएगा.

लोहरदगा: नगरपालिका के इतिहास को समेटने की जरूरत है, नगरपालिका का इतिहास काफी गौरवशाली रहा है. फिर एक बार नगरपालिका के पुराने प्रशासनिक और ऐतिहासिक भवन को संरक्षित कर एक पहचान देने की कोशिश तेज हो चुकी है. नगर परिषद की ओर से इसके लिए योजना भी बनाई जा रही है. हालांकि, बड़ा सवाल यह है कि इस योजना को धरातल पर कब तक उतारा जाएगा. 132 साल पुरानी नगरपालिका के प्रशासनिक भवन को संरक्षित करने की जरूरत है.

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अंग्रेज अधिकारी थे पहले चेयरमैनलोहरदगा नगरपालिका का इतिहास 132 साल पुराना है. फिलहाल, यह नगर परिषद बन चुका है. नगरपालिका के पहले चेयरमैन एक अंग्रेज अधिकारी एफ हान थे. लोहरदगा नगर पालिका का गठन 1 जुलाई 1888 को हुआ था. लोहरदगा के कई लोगों ने इसके विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है. स्वर्गीय राय साहब बलदेव साहू, डॉ द्वारिका प्रसाद, महेंद्र बाबू, कासिम बाबू, अभिमन्यु प्रसाद, स्वर्गीय मनमोहन लाल अग्रवाल, स्वर्गीय बुद्धन सिंह, स्वर्गीय बलदेव तमेड़ा जैसे लोगों ने इस संस्था को गरिमा प्रदान की है. आज भी यह प्रशासनिक भवन बेहतर स्थिति में है. भले ही इस भवन को वर्तमान में सफाई कर्मचारी उपयोग में लाते हैं.

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बोर्ड की बैठक में चर्चा

बता दें कि नगर परिषद का नया प्रशासनिक भवन एमजी रोड में बन चुका है, पर इस ऐतिहासिक भवन को एक पहचान देने की जरूरत है. यहां के इतिहास को समेटने और सुरक्षित करने की जरूरत है. नगर परिषद की ओर से इसके लिए प्रयास भी किए जा रहे हैं. नगर परिषद के अध्यक्ष अनुपमा भगत कहती हैं कि इसके लिए बोर्ड की बैठक में चर्चा भी हुई है. जल्द ही कोई फैसला लिया जाएगा.

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