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लातेहार में कोयला तोड़ने वाले मशीन की चपेट में आया मजदूर, मौके पर हुई मौत - latehar

लातेहार में कोयला तोड़ने वाले मशीन की चपेट में आने से मजदूर की मौत हो गई. मजदूर लोहरदगा जिले का रहने वाला था. हादसे के बाद गुस्साए मजदूरों ने भट्ठा संचालक और जिला प्रशासन से परिजनों को तत्काल मुआवजा देने की मांग की है. मजदूर का शव पोस्टमॉर्टम के बाद परिजनों को सौंपा गया.

Worker caught in coal breaking machine in Latehar, died on the spot
लातेहार में कोयला तोड़ने वाली मशीन के नीचे आने से मजदूर की मौत
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Published : Mar 23, 2021, 5:24 PM IST

लातेहार: हेरहंज प्रखंड अंतर्गत होमबू गांव में मंगलवार को कोयला तोड़ने वाली मशीन की चपेट में आने से एक मजदूर की मौत हो गई. जानकारी के मुताबिक मजदूर लोहरदगा के किस्को थाना क्षेत्र में नावाडीह गांव का रहने वाला था. धर्मदेव नाम का मजदूर लातेहार के हुम्बू गांव में स्थित ईंट भट्ठे में मजदूरी का काम करता था.

ये भी पढ़ें- अपने साथ खौफनाक मंजर लेकर आया था कोरोना, जानिये एक साल में कितनी बदली झारखंड के लोगों की जिंदगी

कैसे हुआ हादसा

मजदूर ईंट को पकाने के लिए कोयले तोड़ने की थ्रेशर मशीन से कर रहा था. इसी दौरान अचानक उसका हाथ मशीन के नीचे आ गया और वो बुरी तरह घायल हो गया. आनन-फानन में उसे बालूमाथ स्वास्थ्य केंद्र लाया गया. ज्यादा खून बह जाने से उसकी मौत हो गई. चिकित्सकों ने जांच के बाद मजदूर को मृत घोषित कर दिया.

ईंट भट्ठों पर नहीं होती सुरक्षा की व्यवस्था

जिले में कई ईंट भट्ठे संचालित तो जरूर हैं, लेकिन इनमें मजदूरों की सुरक्षा के लिए कोई विशेष व्यवस्था नहीं की गई है. अधिकारी भी यदा-कदा ईंट भट्ठे का निरीक्षण करने पहुंचते हैं. इसके बावजूद मजदूरों की सुरक्षा के लिए कोई भी दिशा-निर्देश नहीं दिया जाता. ऐसे में मजदूरों की किसी ना किसी हादसे में जान चली जाती है.

मुआवजे की मांग

हादसे के बाद भी मजदूर वहां काम करने को मजबूर हैं. कई मजदूरों ने भट्ठा संचालक और जिला प्रशासन से मांग की है कि मृतक मजदूर के परिजनों को तत्काल उचित मुआवजा दिया जाए. फिलहाल मृतक मजदूर का शव पोस्टमॉर्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया है.

लातेहार: हेरहंज प्रखंड अंतर्गत होमबू गांव में मंगलवार को कोयला तोड़ने वाली मशीन की चपेट में आने से एक मजदूर की मौत हो गई. जानकारी के मुताबिक मजदूर लोहरदगा के किस्को थाना क्षेत्र में नावाडीह गांव का रहने वाला था. धर्मदेव नाम का मजदूर लातेहार के हुम्बू गांव में स्थित ईंट भट्ठे में मजदूरी का काम करता था.

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कैसे हुआ हादसा

मजदूर ईंट को पकाने के लिए कोयले तोड़ने की थ्रेशर मशीन से कर रहा था. इसी दौरान अचानक उसका हाथ मशीन के नीचे आ गया और वो बुरी तरह घायल हो गया. आनन-फानन में उसे बालूमाथ स्वास्थ्य केंद्र लाया गया. ज्यादा खून बह जाने से उसकी मौत हो गई. चिकित्सकों ने जांच के बाद मजदूर को मृत घोषित कर दिया.

ईंट भट्ठों पर नहीं होती सुरक्षा की व्यवस्था

जिले में कई ईंट भट्ठे संचालित तो जरूर हैं, लेकिन इनमें मजदूरों की सुरक्षा के लिए कोई विशेष व्यवस्था नहीं की गई है. अधिकारी भी यदा-कदा ईंट भट्ठे का निरीक्षण करने पहुंचते हैं. इसके बावजूद मजदूरों की सुरक्षा के लिए कोई भी दिशा-निर्देश नहीं दिया जाता. ऐसे में मजदूरों की किसी ना किसी हादसे में जान चली जाती है.

मुआवजे की मांग

हादसे के बाद भी मजदूर वहां काम करने को मजबूर हैं. कई मजदूरों ने भट्ठा संचालक और जिला प्रशासन से मांग की है कि मृतक मजदूर के परिजनों को तत्काल उचित मुआवजा दिया जाए. फिलहाल मृतक मजदूर का शव पोस्टमॉर्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया है.

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