लातेहारः जिले के टोरी रेलवे स्टेशन परिसर में बुधवार देर रात एक महिला का प्रसव हुआ. स्टेशन मास्टर की पहल पर कुछ महिलाओं ने गर्भवती महिला का सफल प्रसव कराया. स्टेशन प्रांगण में महिला के प्रसव की घटना से जहां व्यवस्था पर सवाल उठ गया है. वहीं दूसरी ओर इस घटना ने यह भी साबित कर दिया है कि मानवता आज भी जिंदा है.
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रांची की रहने वाली एक गर्भवती महिला पैसेंजर ट्रेन से बरवाडीह जा रही थी. इसी बीच ट्रेन में ही उसे प्रसव पीड़ा होने लगी. पीड़ा असहनीय होने के बाद महिला टोरी स्टेशन पर उतर गई. इसके बाद महिला प्लेटफार्म के बाहर आ गयी. महिला का दर्द लगातार बढ़ता जा रहा था. इसी टोरी स्टेशन अधीक्षक रंजीत कुमार की नजर दर्द से तड़पती महिला पर पड़ी. स्थिति की गंभीरता को देखते हुए उन्होंने दो अन्य रेल कर्मियों को भी बुला लिया. जब उन्हें पता चला कि महिला प्रसव पीड़ा से तड़प रही है तो उन्होंने तत्काल इसकी सूचना 108 एंबुलेंस को दी. वहीं चंदवा अस्पताल को भी मामले की जानकारी दी गई. परंतु चिकित्सा सहायता पहुंचने से पहले ही महिला का प्रसव पीड़ा काफी अधिक बढ़ गयी. इसके बाद स्टेशन पर उपस्थित अन्य महिलाओं के सहयोग से गर्भवती महिला को चारों ओर से कपड़े से घेरा बंदी कर महिलाओं ने सुरक्षित प्रसव कराया गया.
जच्चा बच्चा दोनों सुरक्षितः इधर रेलवे स्टेशन पर महिला का प्रसव होने के बाद 108 एंबुलेंस से नर्स और चिकित्सा में स्टेशन परिसर पर पहुंचे. यहां से जच्चा बच्चा दोनों को चंदवा अस्पताल ले जाया गया. बताया जाता है कि जच्चा और बच्चा दोनों पूरी तरह स्वस्थ और सुरक्षित हैं. चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर नीलिमा कुमारी ने कहा रेल कर्मियों के द्वारा मामले की जानकारी दिए जाने के बाद उन्होंने स्वास्थ्य कर्मियों को रेलवे स्टेशन भेज दिया. परंतु तब तक स्टेशन परिसर में ही महिला का सुरक्षित प्रसव हो गया था. उन्होंने कहा कि जच्चा बच्चा दोनों पूरी तरह सुरक्षित हैं. दोनों को सभी प्रकार की चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करा दी गई है.
स्टेशन मास्टर ने दिखाई मानवता, लोग कर रहे हैं तारीफः इस घटना में मानवता का परिचय देने वाले स्टेशन अधीक्षक रंजीत कुमार की सभी लोग खुले दिल से तारीफ कर रहे हैं. सामाजिक कार्यकर्ता आदर्श रवि राज ने कहा कि स्टेशन अधीक्षक ने जिस प्रकार की तत्परता दिखाई है, वह काबिले तारीफ है. इधर स्टेशन अधीक्षक ने बताया कि बुधवार रात में जब वे स्टेशन का निरीक्षण करने निकले थे तो अचानक उनकी नजर एक महिला पर पड़ी थी, जो दर्द से तड़प रही थी. उन्होंने तत्काल इसकी सूचना चिकित्सा विभाग को दी परंतु जब तक चिकित्सा टीम स्टेशन पर पहुंचती तब तक महिला का प्रसव पीड़ा काफी अधिक बढ़ गया. अंत में उन्होंने स्टेशन में उपस्थित कुछ महिलाओं से गर्भवती महिला को सहयोग करने की अपील की. जिस पर उपस्थित महिलाओं ने गर्भवती महिला का प्रसव स्टेशन में ही करवाया. उन्होंने कहा कि स्टेशन पर उपस्थित महिलाओं ने भी भरपूर सहयोग किया..
इधर स्टेशन परिसर में महिला का प्रसव बिना किसी मेडिकल सहयोग के होने पर व्यवस्था पर भी सवाल उठ गए हैं. रेलवे स्टेशन जैसे महत्वपूर्ण स्थान पर कम से कम प्राथमिक उपचार की सुविधा सरकार के द्वारा अनिवार्य रूप से रखने की जरूरत है.