लातेहारः जिले के बालूमाथ थाना क्षेत्र में दो अलग-अलग स्थानों में सोमवार को वज्रपात से दो लोगों की मौत हो गई. जबकि एक अन्य गंभीर रूप से झुलस गया है. मृतकों की पहचान हेमपुर गांव निवासी ह्रदय गंझु (50) और टुंडाहुडू गांव निवासी भोला यादव (35) के रूप में हुई है. वहीं वज्रपात की घटना के बाद मृतकों के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. इधर, अधिकारियों ने कहा कि आपदा प्रबंधन के तहत वज्रपात से मौत की घटना होने पर मृतक के परिजनों को मुआवजे के रूप में चार लाख रुपए सहायता राशि उपलब्ध कराने का प्रावधान है.
तालाब से मछली मार कर लौट रहा था हृदय, इसी दौरान वज्रपात से हुई मौतः पहली घटना बालूमाथ थाना क्षेत्र के हेमपुर गांव में हुई. यहां हृदय गंझु और महेश गंझु गांव से थोड़ी दूर पर स्थित एक तालाब में मछली मारने गए थे. मछली मारने के बाद वे लोग वापस घर लौट रहे थे. इसी दौरान अचानक हल्की बारिश आरंभ हुई और इसी दौरान वज्रपात हो गया. जिसकी चपेट में आने से हृदय और महेश दोनों गंभीर रूप से झुलस गए. स्थानीय लोगों की मदद से दोनों को तत्काल बालूमाथ अस्पताल पहुंचाया गया. जहां चिकित्सकों ने जांच के बाद हृदय को मृत घोषित कर दिया. वहीं महेश की स्थिति की गंभीरता को देखते हुए प्राथमिक इलाज के बाद उसे बेहतर इलाज के लिए रेफर कर दिया गया है. चिकित्सक सुरेंद्र कुमार ने बताया कि घायल की स्थिति भी अत्यंत चिंताजनक है.
खेत से घर लौटते वक्त वज्रपात से भोला यादव की गई जानः वज्रपात की दूसरी घटना बालूमाथ थाना क्षेत्र के टुंडाहुडू गांव में हुई. यहां भोला यादव नामक व्यक्ति अपने खेत में काम कर रहा था. हल्की बारिश होने के बाद वह बारिश से बचने के लिए घर की ओर जा रहा था. इसी दौरान अचानक वज्रपात हो गया और उसकी चपेट में भोला यादव आ गया. भोला यादव का पूरा शरीर बुरी तरह झुलस गया था. जिस कारण घटनास्थल पर ही उसकी मौत हो गई. हालांकि बाद में स्थानीय लोगों ने भोला यादव को बालूमाथ अस्पताल पहुंचाया, लेकिन चिकित्सकों ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया.
लातेहार में लगातार हो रही हैं वज्रपात की घटनाएंः लातेहार में वज्रपात की घटना लगातार हो रही है. वज्रपात के कारण लोगों की जान भी जा रही हैं. स्थानीय लोगों की माने तो कई बार तो बिना बारिश के ही वज्रपात होने की घटना भी हो चुकी है. हालांकि विशेषज्ञों का कहना है कि वज्रपात से बचने का सबसे बेहतर उपाय यही है कि जब भी बारिश होने लगे तो प्रयास करना चाहिए कि बिजली के पोल अथवा किसी पेड़ के नीचे ना रहे. ऊंचे मोबाइल के टावरों से भी दूर रहना चाहिए. मैदानी इलाकों में भी बारिश के दौरान खड़ा रहना खतरनाक हो सकता है. प्रयास करना चाहिए कि बारिश हो तो किसी घर की छत के नीचे चले जाएं. किसी भी स्थिति में पेड़ के नीचे खड़ा रहना खतरनाक हो सकता है.