लातेहार: कहा जाता है कि गरीबी से बड़ा अभिशाप दुनिया में कुछ भी नहीं है. कुछ ऐसा ही मामला लातेहार जिले के महुआडांड़ प्रखंड में देखने को मिल रहा है. यहां 65 साल की एक विधवा महिला अपने 5 महीने के पोते को तिल तिल कर मौत के मुंह में जाते हुए देख रही है लेकिन गरीबी के कारण वह लाचार है.
दरअसल, लॉकडाउन के कारण बिगो के सामने भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गई. सबसे खराब स्थिति तो उसके बच्चे की है 5 माह के उम्र में ही भूखे रहने पर विवश होना पड़ा. पौष्टिक आहार और दूध नहीं मिलने के कारण बच्चा पूरी तरह कुपोषित हो गया है.
नहीं मिल रहा है पेंशन
बिगो का कहना है कि पहले उसे वृद्धा पेंशन मिलता था लेकिन एक साल से पेंशन भी बंद है. ऐसे में खुद का गुजारा तो किसी प्रकार कर ले रही है परंतु अपने पोते को रोता देखकर वह बर्दाश्त नहीं कर पाती है.
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प्रशासन पहुंचा बिगो के घर
इधर बिगो नगेसिया और उसके पोते की हालात की जानकारी मिलने के बाद प्रशासन की टीम तत्काल उसके घर पहुंची. 5 माह के बच्चे को अस्पताल के कुपोषण उपचार केंद्र में भर्ती किया गया है. डॉक्टर सुनील कुमार ने कहा कि बच्चा कुपोषित है, उसे कुपोषण उपचार केंद्र में भर्ती कराया जा रहा है.