लातेहार: पुलिस के लाख प्रयास के बाद भी जिले में अफीम की खेती का कारोबार रुकने का नाम ही नहीं ले रहा. हालांकि पुलिस की तत्परता के कारण अफीम कारोबारियों को नुकसान उठाना पड़ रहा है. कुछ ऐसा ही मामला लातेहार के मनिका थाना क्षेत्र के पटना गांव के निकट घटी. यहां पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई कर लगभग 2 एकड़ भूमि में लगाए गए अफीम की खेती को नष्ट कर दिया.
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दरअसल पुलिस को सूचना मिली थी कि मनिका थाना क्षेत्र अंतर्गत पटना गांव के निकट स्थित जंगली इलाके में नदी के किनारे अफीम की खेती की जा रही है. इस सूचना पर पुलिस ने टीम गठित कर चिन्हित स्थान में छापामारी की. सूचना पर पहुंची पुलिस ने नदी के किनारे लहलहा रहे लगभग 2 एकड़ भूमि में अफीम की खेती को नष्ट कर दिया. पुलिस अधिकारियों ने वहां के ग्रामीणों को भी कहा कि इस प्रकार की खेती करने वालों की सूचना पुलिस को दें.
बालूमाथ और हेरहंज है अफीम की खेती का हब
जिले का बालूमाथ और हेरहंज थाना क्षेत्र अफीम की खेती के हब के रूप में जाना जाता है. यहां हर साल बड़े पैमाने पर अफीम की खेती की जाती है. हालांकि पिछले साल पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर लगभग 60 एकड़ भूमि में लगे अफीम की खेती को नष्ट किया था. इस साल भी अफीम की खेती की सूचना पर पुलिस तत्परता से कार्रवाई कर रही है और अफीम की खेती को नष्ट कर रही है.
वन भूमि बना सेफ जोन
अफीम तस्करों के लिए वन भूमि को सबसे सेफ जोन माना जाता है. वन भूमि होने के कारण पुलिस को तस्कर के संबंध में जानकारी प्राप्त करने में भारी परेशानी होती है. इसी कारण तस्कर वन भूमि को अफीम की खेती के लिए सबसे अधिक उपयोग करते हैं.