लातेहार: साइबर अपराध के खिलाफ पुलिस को कामयाबी मिली है. पुलिस ने बिहार के एक साइबर अपराधी को लातेहार के बरवाडीह से गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार अपराधी ऋषिकेश कुमार पंकज बिहार के शेखपुरा का रहने वाला है. वह बरवाडीह में रेलवे कॉलोनी के क्वार्टर में रहकर साइबर अपराध को अंजाम दिया था.
नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल के प्रतिबिंब एप पर साइबर क्राइम से संबंधित एक मामला दर्ज हुआ था. जिसमें तमिलनाडु के एक व्यक्ति से धानी ऐप के माध्यम से लोन दिलाने के नाम पर ठगी की गई थी. इस कांड में अपराधी का लोकेशन बरवाडीह का रेलवे क्वार्टर दिख रहा था. प्रतिबिंब ऐप पर मामले को देखकर लातेहार एसपी अंजनी अंजन ने इस पर त्वरित संज्ञान लिया और थाना प्रभारी के नेतृत्व में एक छापामारी टीम गठित किया.
एसपी के निर्देश पर छापेमारी टीम के द्वारा रेलवे कॉलोनी के क्वार्टर में छापेमारी की गई और रेलकर्मी को हिरासत में लिया गया. रेलकर्मी से पुलिस अधिकारियों ने जब पूछताछ की तो उसने बताया कि उनके बेटे का जन्मदिन था. इस समारोह में उनका एक रिश्तेदार ऋषिकेश कुमार पंकज शेखपुरा बिहार से आया हुआ है. इसके बाद पुलिस ने ऋषिकेश कुमार पंकज को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की. जिसमें आरोपी ने स्वीकार किया कि उसने ही साइबर अपराध किया है. आरोपी ने पुलिस को बताया कि उसने सोशल मीडिया पर लोन से संबंधित फर्जीवाड़ा कर लोगों से ठगी की है.
6 महीने पहले जुड़ा साइबर अपराधी गिरोह से: इस संबंध में जानकारी देते हुए डीएसपी दिलू लोहरा ने बताया कि आरोपी ऋषिकेश कुमार पंकज साइबर अपराधी गिरोह से पिछले 6 महीना से जुड़ा हुआ था. डीएसपी ने बताया कि लोगों को ऑनलाइन ऋण दिलाने के नाम पर साइबर अपराधियों के द्वारा ठगी की जा रही थी. उन्होंने बताया कि ऋषिकेश कुमार पंकज एक बड़े अपराधी गिरोह से जुड़ा हुआ है. अब तक छानबीन में जो मामले सामने आए हैं उसके मुताबिक इस अपराधी ने लगभग चार लाख रुपए की ठगी विभिन्न लोगों से की है. उन्होंने बताया कि गिरोह में शामिल अन्य अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए भी पुलिस के द्वारा आवश्यक कार्रवाई की जा रही है.
ये भी पढ़ें:
जामताड़ा में 12 साइबर अपराधी गिरफ्तारः क्रेडिट और डेबिट कार्ड अपडेट करने के नाम पर करते थे ठगी
फ्रंट कैमरा को लेकर खौफ में साइबर अपराधी, डर से मोबाइल पर चिपका रहे टेप!