लातेहार: आजसू के पूर्व जिला अध्यक्ष अखिलेश श्रीवास्तव की हत्या में नया मोड़ आया है. मृतक की पत्नी ने आरोप लगाया है कि उनके पति की हत्या संपत्ति विवाद में की गई है. उग्रवादियों को सिर्फ हत्या का मोहरा बनाया गया है.
दरअसल मृतक अखिलेश श्रीवास्तव नेक्सजेन नामक एक कंपनी भी चलाते थे. इस कंपनी में महिलाओं को रोजगार दिया जाता था, परंतु हाल के दिनों में कंपनी में कुछ वित्तीय अनियमितता हो गई थी. इस कारण कंपनी बंद पड़ा हुआ था.
पत्नी का आरोप
लातेहार डालटेनगंज मुख्य मार्ग पर स्थित मनिका थाना क्षेत्र में इस कंपनी का बड़ा भवन बना हुआ है. मृतक की पत्नी वीणा देवी का आरोप है कि इसी संपत्ति को हड़पने के लिए उनके कुछ सहयोगियों ने उनकी हत्या करवा दी है.
दोषियों पर होगी कड़ी कार्रवाई
उन्होंने कहा कि मामले की तह तक जांच की जाए और दोषियों को सजा दी जाए. हालांकि इस मामले में पूछने पर थाना प्रभारी नरेश प्रसाद ने इतना ही कहा कि मामले की जांच की जा रही है. जो भी दोषी होंगे वह निश्चित रूप से जेल जाएंगे. उन्होंने उग्रवादी घटना के संबंध में भी कहा कि जांच के बाद ही कुछ स्पष्ट कहा जा सकता है.
हत्या मामले पर उठ रहे कई सवाल
आजसू नेता की हत्या ने कई लोगों को कटघरे में खड़ा कर दिया है. घटना में सबसे बड़ा सवाल यह है कि आखिर लातेहार जिला मुख्यालय में किराए के मकान में रहने वाले अखिलेश श्रीवास्तव सेमरी गांव कैसे पहुंचे? वहीं उग्रवादियों के द्वारा छोड़े गए पर्चे में एक कमांडर का दो करोड़ रुपए अखिलेश श्रीवास्तव के द्वारा हड़पने के आरोप पर भी सवाल उठ रहा है?