लातेहारः कोरोना काल में बेतला नेशनल पार्क बंद रहने के कारण शिकारियों की चहलकदमी बढ़ गयी है. रविवार को हिरण का शिकार करने वाले दो अपराधियों को वन विभाग ने गिरफ्तार कर लिया है. इन अपराधियों के पास से वन विभाग के अधिकारियों ने हिरण का मांस भी बरामद किया है.
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लातेहार के पीटीआर में हिरण का शिकार करने वाले दो शिकारी गिरफ्तार हुए हैं. घटना के बारे में बताया जा रहा है कि बेतला के रेंजर प्रेम प्रसाद को गुप्त सूचना मिली थी कि अखरा गांव में कुछ लोग हिरण का शिकार कर उसका मांस बेच रहे हैं. इसी सूचना के आधार पर बरवाडीह पुलिस के सहयोग से रेंजर के द्वारा सघन छापामारी अभियान चलाया गया. रेंजर प्रेम प्रसाद ने बताया कि सूचना के आधार पर वनकर्मियों की विशेष छापामारी टीम गठित कर क्षेत्र के विभिन्न गांवों में शिकारियों के संभावित ठिकानों पर सघन छापेमारी की गयी. इसी दौरान ग्राम अखरा में मुन्ना परहिया को टोकरी में हिरण की मुंडी और टांगी के जरिए मांस का टुकड़ा बनाते रंगेहाथ पकड़ा गया है. बाद में पकड़ में आए मुन्ना की निशानदेही पर शिकार किए हिरण का मांस तौलकर बेचने वाले अरविंद साव को खून सना तराजू के साथ गिरफ्तार किया गया है.
कई लोगों की संलिप्तताः छापामारी टीम के हत्थे चढ़े दोनों शिकारियों ने मांस बेचने के इस अवैध कारोबार में करीब एक दर्जन लोगों की संलिप्तता बताई है. रेंजर प्रेम प्रसाद ने हिरण के शिकार करने में प्रयुक्त फंदा, कुल्हाड़ी, टोकरी में हिरण का कटा हुआ सिर के साथ करीब 40 किग्रा मांस और खून सना तराजू को जब्त करने की बात बतायी. वहीं पकड़ में आए दो शिकारियों समेत 12 अन्य के खिलाफ वन्य जीव संरक्षण अधिनियम के तहत आपराधिक प्राथमिकी दर्ज किए जाने की बात कही. हिरासत में रखे दोनों शिकारियों से वनाधिकारियों की टीम पूछताछ कर रही है. इस छापामारी टीम में रेंजर प्रेम प्रसाद, वनपाल उमेश दूबे, संतोष सिंह, वनरक्षी देवेंद्र देव, नवीन कुमार, सुनिता कच्छप, देवपाल भगत, गुलशन सुरीन, निरंजन कुमार, दीवाकर मिश्र शामिल रहे.