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बेतला नेशनल पार्क तीन माह बाद खुला, प्रबंधन ने किया पर्यटकों का स्वागत - झारखंड के पर्यटन स्थल

जानवरों का प्रजनन काल बीतने के बाद एक अक्टूबर शनिवार से लातेहार का बेतला नेशनल पार्क (Betla National Park latehar) पर्यटकों के लिए खोल दिया गया है. यहां पर्यटक खुले में घूम रहे जानवरों का दीदार कर सकेंगे.

Betla National Park latehar opened after three months management welcomed tourists
बेतला नेशनल पार्क तीन माह बाद खुला
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Published : Oct 1, 2022, 8:28 PM IST

लातेहारः झारखंड का प्रसिद्ध बेतला नेशनल पार्क शनिवार को पर्यटकों के लिए खोल दिया गया (Betla National Park latehar). यह पार्क गत जुलाई महीने से बंद था. जानवरों का प्रजनन काल समाप्त होने के बाद 1 अक्टूबर से इस पार्क को खोला गया. अब पर्यटक यहां खुले में विचरण करने वाले जंगली जानवरों का दीदार कर सकेंगे.

ये भी पढ़ें-कोरोना काल में बढ़ी बेतला पार्क की रौनक, जानवरों के बच्चों की संख्या में हुआ इजाफा

दरअसल, जुलाई से लेकर सितंबर माह तक जानवरों का प्रजनन काल होता है. जानवरों के प्रजनन कार्य में खलल ना पड़े, इसी उद्देश्य को लेकर जुलाई से लेकर सितंबर तक बेतला नेशनल पार्क को बंद कर दिया जाता है. प्रजनन काल की समाप्ति के बाद 1 अक्टूबर से बेतला पार्क आम पर्यटकों के लिए खोल दिया गया. पलामू टाइगर रिजर्व के फील्ड डायरेक्टर कुमार आशुतोष और डिप्टी डायरेक्टर कुमार आशीष ने संयुक्त रूप से फीता काटकर पार्क को खोला.

देखें पूरी खबर
खुले में विचरण करते हैं जानवरः पलामू टाइगर रिजर्व क्षेत्र के अधीन बेतला नेशनल पार्क स्थित है. झारखंड के पर्यटन स्थल में से एक इस पार्क की खासियत यह है कि जानवर यहां खुले में विचरण करते हैं. इस पार्क में कई प्रकार के जंगली जानवर निवास करते हैं. इनमें बाघ, तेंदुआ, हाथी, जंगली भैंसा, हिरन के साथ कई अन्य प्रकार के जानवर भी हैं. हालांकि बाघ और तेंदुआ कभी कभार ही पर्यटकों को दिखाई देते हैं. लेकिन हिरण और जंगली भैंसा बड़ी संख्या में इस पार्क में दिखाई देते हैं.सुरक्षित वाहन से जा सकते हैं पार्कः बेतला नेशनल पार्क में जाने के लिए पर्यटकों को चार पहिया वाहन की जरूरत होती है. वन विभाग द्वारा मानक के अनुसार चार पहिया वाहनों की सूची तैयार की गई है. निर्धारित शुल्क लेकर वाहनों को पार्क में प्रवेश की अनुमति दी जाती है. पार्क में प्रवेश करने के दौरान पर्यटकों को शुल्क लेकर गाइड भी मुहैया कराया जाता है. जानकारी के अनुसार पार्क में प्रवेश के लिए 150 रुपये गाइड शुल्क है. वहीं निजी वाहन का प्रवेश शुल्क 350 रुपये तथा मेंटेनेंस शुल्क 100 रुपये है. पार्क के बाहर पर्यटकों को घुमाने के लिए भाड़े पर वाहन भी उपलब्ध रहते हैं. जिनका शुल्क लगभग 700 रुपये है.ये सावधानी बरतें
  • पार्क के अंदर वाहन से उतर कर पैदल घूमना खतरनाक हो सकता है, इसलिए ऐसा करने से बचना चाहिए
  • पार्क के अंदर घूमने जाने वाले पर्यटकों को स्पष्ट निर्देश रहता है कि किसी भी सूरत में सुरक्षित वाहन से बाहर निकल कर पैदल पार्क में भ्रमण न करें. ऐसा करना कभी-कभी खतरनाक भी हो सकता है. पार्क में जंगली जानवर खुले रूप से भ्रमण करते हैं. ऐसे में पैदल पार्क में भ्रमण करने वाले पर्यटकों पर जानवर हमला कर सकते हैं.

बड़ी संख्या में पहुंचते है पर्यटकः बेतला नेशनल पार्क खुलने के बाद यहां बड़ी संख्या में पर्यटकों की भीड़ लगती है. अक्टूबर माह से लेकर मार्च तक पर्यटकों का यहां आना जाना रहता है. झारखंड के साथ बिहार, प. बंगाल समेत कई अन्य राज्यों के पर्यटक यहां आकर जंगली जानवरों का दीदार करते हैं. बेतला में पर्यटकों के रूकने के लिए कई होटल भी स्थित हैं.

ऐसे पहुंचे बेतलाः बेतला नेशनल पार्क लातेहार जिले के बरवाडीह प्रखंड में स्थित है. लातेहार जिला मुख्यालय से इसकी दूरी लगभग 65 किलोमीटर है. वहीं पलामू जिला मुख्यालय मेदनीनगर से बेतला पार्क की दूरी लगभग 25 किलोमीटर है. रांची से बेतला की दूरी लगभग 165 किलोमीटर है. सड़क मार्ग से नेशनल हाईवे रांची- लातेहार से होते हुए मेदनीनगर से लगभग 10 किलोमीटर पहले दुबियाखाड़ पहुंचने के बाद स्टेट हाईवे द्वारा बेतला पहुंचा जा सकता है. बेतला के लिए नजदीकी रेलवे स्टेशन मेदनीनगर और बरवाडीह रेलवे स्टेशन है.

लातेहारः झारखंड का प्रसिद्ध बेतला नेशनल पार्क शनिवार को पर्यटकों के लिए खोल दिया गया (Betla National Park latehar). यह पार्क गत जुलाई महीने से बंद था. जानवरों का प्रजनन काल समाप्त होने के बाद 1 अक्टूबर से इस पार्क को खोला गया. अब पर्यटक यहां खुले में विचरण करने वाले जंगली जानवरों का दीदार कर सकेंगे.

ये भी पढ़ें-कोरोना काल में बढ़ी बेतला पार्क की रौनक, जानवरों के बच्चों की संख्या में हुआ इजाफा

दरअसल, जुलाई से लेकर सितंबर माह तक जानवरों का प्रजनन काल होता है. जानवरों के प्रजनन कार्य में खलल ना पड़े, इसी उद्देश्य को लेकर जुलाई से लेकर सितंबर तक बेतला नेशनल पार्क को बंद कर दिया जाता है. प्रजनन काल की समाप्ति के बाद 1 अक्टूबर से बेतला पार्क आम पर्यटकों के लिए खोल दिया गया. पलामू टाइगर रिजर्व के फील्ड डायरेक्टर कुमार आशुतोष और डिप्टी डायरेक्टर कुमार आशीष ने संयुक्त रूप से फीता काटकर पार्क को खोला.

देखें पूरी खबर
खुले में विचरण करते हैं जानवरः पलामू टाइगर रिजर्व क्षेत्र के अधीन बेतला नेशनल पार्क स्थित है. झारखंड के पर्यटन स्थल में से एक इस पार्क की खासियत यह है कि जानवर यहां खुले में विचरण करते हैं. इस पार्क में कई प्रकार के जंगली जानवर निवास करते हैं. इनमें बाघ, तेंदुआ, हाथी, जंगली भैंसा, हिरन के साथ कई अन्य प्रकार के जानवर भी हैं. हालांकि बाघ और तेंदुआ कभी कभार ही पर्यटकों को दिखाई देते हैं. लेकिन हिरण और जंगली भैंसा बड़ी संख्या में इस पार्क में दिखाई देते हैं.सुरक्षित वाहन से जा सकते हैं पार्कः बेतला नेशनल पार्क में जाने के लिए पर्यटकों को चार पहिया वाहन की जरूरत होती है. वन विभाग द्वारा मानक के अनुसार चार पहिया वाहनों की सूची तैयार की गई है. निर्धारित शुल्क लेकर वाहनों को पार्क में प्रवेश की अनुमति दी जाती है. पार्क में प्रवेश करने के दौरान पर्यटकों को शुल्क लेकर गाइड भी मुहैया कराया जाता है. जानकारी के अनुसार पार्क में प्रवेश के लिए 150 रुपये गाइड शुल्क है. वहीं निजी वाहन का प्रवेश शुल्क 350 रुपये तथा मेंटेनेंस शुल्क 100 रुपये है. पार्क के बाहर पर्यटकों को घुमाने के लिए भाड़े पर वाहन भी उपलब्ध रहते हैं. जिनका शुल्क लगभग 700 रुपये है.ये सावधानी बरतें
  • पार्क के अंदर वाहन से उतर कर पैदल घूमना खतरनाक हो सकता है, इसलिए ऐसा करने से बचना चाहिए
  • पार्क के अंदर घूमने जाने वाले पर्यटकों को स्पष्ट निर्देश रहता है कि किसी भी सूरत में सुरक्षित वाहन से बाहर निकल कर पैदल पार्क में भ्रमण न करें. ऐसा करना कभी-कभी खतरनाक भी हो सकता है. पार्क में जंगली जानवर खुले रूप से भ्रमण करते हैं. ऐसे में पैदल पार्क में भ्रमण करने वाले पर्यटकों पर जानवर हमला कर सकते हैं.

बड़ी संख्या में पहुंचते है पर्यटकः बेतला नेशनल पार्क खुलने के बाद यहां बड़ी संख्या में पर्यटकों की भीड़ लगती है. अक्टूबर माह से लेकर मार्च तक पर्यटकों का यहां आना जाना रहता है. झारखंड के साथ बिहार, प. बंगाल समेत कई अन्य राज्यों के पर्यटक यहां आकर जंगली जानवरों का दीदार करते हैं. बेतला में पर्यटकों के रूकने के लिए कई होटल भी स्थित हैं.

ऐसे पहुंचे बेतलाः बेतला नेशनल पार्क लातेहार जिले के बरवाडीह प्रखंड में स्थित है. लातेहार जिला मुख्यालय से इसकी दूरी लगभग 65 किलोमीटर है. वहीं पलामू जिला मुख्यालय मेदनीनगर से बेतला पार्क की दूरी लगभग 25 किलोमीटर है. रांची से बेतला की दूरी लगभग 165 किलोमीटर है. सड़क मार्ग से नेशनल हाईवे रांची- लातेहार से होते हुए मेदनीनगर से लगभग 10 किलोमीटर पहले दुबियाखाड़ पहुंचने के बाद स्टेट हाईवे द्वारा बेतला पहुंचा जा सकता है. बेतला के लिए नजदीकी रेलवे स्टेशन मेदनीनगर और बरवाडीह रेलवे स्टेशन है.

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