ETV Bharat / state

भुखमरी के कगार पर बॉक्साइट ट्रक मालिक, मशाल जुलूस निकालकर उतरे सड़क पर - ईटीवी झारखंड न्यूज

लोहरदगा और गुमला जिला के माइंस को मिलाकर लगभग 2 हजार से ज्यादा ट्रकों का परिचालन होता है, लेकिन पिछले कई महीनों से परिचालन के बंद होने से कई लोगों की रोजी रोटी पर आफत आ गई है.

ट्रक मालिकों का प्रदर्शन
author img

By

Published : Jul 7, 2019, 8:13 PM IST

लोहरदगा: जिले को बॉक्साइट की नगरी कहा जाता है. यहां पर ज्यादातर लोगों की रोजी रोटी बॉक्साइट ट्रकों पर ही निर्भर करता है. ट्रक मालिक, चालक, खलासी, मजदूर सभी का काम ट्रकों के परिचालन से ही चलता है, लेकिन पिछले 6 महीने से ट्रकों का परिचालन बंद है, जिससे इनलोगों को काम नहीं मिल रहा है.

देखें पूरी खबर

ट्रक चालक और मजदूरों को काम नहीं मिलने के कारण इन लोगों की रोजी रोटी पर आफत आ गई है. ट्रक मालिकों ने चरणबद्ध आंदोलन भी शुरू कर दिया है. लोहरदगा में ट्रक मालिक सड़क पर उतरे और हिंडाल्को कंपनी के खिलाफ नारेबाजी की. ट्रक मालिकों ने इस दौरान मशाल जुलूस भी निकाले और कंपनी से बॉक्साइट ट्रकों का परिचालन शुरु करने की मांग की.

लोहरदगा और गुमला जिले के माइंस को मिलाकर लगभग 2 हजार से ज्यादा बॉक्साइट ट्रकों का परिचालन होता है. मानसून में खनन कार्य और परिवहन कार्य बंद रहने से लगभग 12 सौ बॉक्साइट ट्रक पिछले 6 माहीने से बंद पड़े हैं.

लोहरदगा: जिले को बॉक्साइट की नगरी कहा जाता है. यहां पर ज्यादातर लोगों की रोजी रोटी बॉक्साइट ट्रकों पर ही निर्भर करता है. ट्रक मालिक, चालक, खलासी, मजदूर सभी का काम ट्रकों के परिचालन से ही चलता है, लेकिन पिछले 6 महीने से ट्रकों का परिचालन बंद है, जिससे इनलोगों को काम नहीं मिल रहा है.

देखें पूरी खबर

ट्रक चालक और मजदूरों को काम नहीं मिलने के कारण इन लोगों की रोजी रोटी पर आफत आ गई है. ट्रक मालिकों ने चरणबद्ध आंदोलन भी शुरू कर दिया है. लोहरदगा में ट्रक मालिक सड़क पर उतरे और हिंडाल्को कंपनी के खिलाफ नारेबाजी की. ट्रक मालिकों ने इस दौरान मशाल जुलूस भी निकाले और कंपनी से बॉक्साइट ट्रकों का परिचालन शुरु करने की मांग की.

लोहरदगा और गुमला जिले के माइंस को मिलाकर लगभग 2 हजार से ज्यादा बॉक्साइट ट्रकों का परिचालन होता है. मानसून में खनन कार्य और परिवहन कार्य बंद रहने से लगभग 12 सौ बॉक्साइट ट्रक पिछले 6 माहीने से बंद पड़े हैं.

Intro:jh_loh_01_mashal_pkg_jh10011
स्टोरी- पेट की खातिर सड़क पर उतरे ट्रक मालिक, निकाला मशाल जुलूस
एंकर- लोहरदगा जिले को बॉक्साइट की नगरी कहा जाता है. यहां पर बॉक्साइट ट्रकों पर ही अर्थव्यवस्था निर्भर करती है. बॉक्साइट ट्रकों से जुड़े लोग यहां के जन जीवन का आधार है. ट्रक मालिक, चालक, खलासी, गैराज के लोग, मजदूर सभी का काम ट्रकों के परिचालन से ही चलता है. दो वक्त की रोटी को लेकर ट्रक मालिकों की निर्भरता बॉक्साइट के ट्रकों के परिचालन पर है. विगत 6 माह से लोहरदगा में बॉक्साइट ट्रकों का परिचालन बंद पड़ा हुआ है. ऐसे में ट्रक मालिक चरणबद्ध आंदोलन प्रारंभ कर चुके हैं. इसी कड़ी में लोहरदगा में ट्रक मालिकों ने सड़क पर उतर कर आंदोलन शुरू कर दिया है. मशाल जुलूस के माध्यम से हिंडाल्को कंपनी के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए बॉक्साइट ट्रकों का परिवहन प्रारंभ करने की मांग की है. ट्रक मालिकों ने आंदोलन और भी धारदार बनाते हुए जोरदार ढंग से आंदोलन करने की बात कही है.

इंट्रो- लोहरदगा जिले के अलग-अलग माइंस और गुमला जिले के माइंस को मिलाकर लोहरदगा जिले में 2000 से ज्यादा बॉक्साइट ट्रकों का परिचालन होता है. जिसमें से कई बॉक्साइट मानसून में खनन कार्य और परिवहन कार्य बंद रहने से लगभग 12 सौ बक्साइट ट्रक पिछले 6 माह से बंद पड़े हुए हैं. जिसकी वजह से बॉक्साइट ट्रकों के परिवहन से जुड़े लोगों के समक्ष भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गई है. ट्रक मालिकों ने शहर में मशाल जुलूस निकालकर आंदोलन को और भी धारदार बनाने का संकेत दिया है. बॉक्साइट ट्रकों के बंद होने से गैराज में काम करने वाले मजदूरों के लिए दो वक्त की रोटी का जुगाड़ करना मुश्किल साबित हो रहा है. बाजार से रौनक गायब हो चुकी है. दुकानदार ग्राहकों का इंतजार करते देखे जा रहे हैं.


Body:- लोहरदगा जिले के अलग-अलग माइंस और गुमला जिले के माइंस को मिलाकर लोहरदगा जिले में 2000 से ज्यादा बॉक्साइट ट्रकों का परिचालन होता है. जिसमें से कई बॉक्साइट मानसून में खनन कार्य और परिवहन कार्य बंद रहने से लगभग 12 सौ बक्साइट ट्रक पिछले 6 माह से बंद पड़े हुए हैं. जिसकी वजह से बॉक्साइट ट्रकों के परिवहन से जुड़े लोगों के समक्ष भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गई है. ट्रक मालिकों ने शहर में मशाल जुलूस निकालकर आंदोलन को और भी धारदार बनाने का संकेत दिया है. बॉक्साइट ट्रकों के बंद होने से गैराज में काम करने वाले मजदूरों के लिए दो वक्त की रोटी का जुगाड़ करना मुश्किल साबित हो रहा है. बाजार से रौनक गायब हो चुकी है. दुकानदार ग्राहकों का इंतजार करते देखे जा रहे हैं.


Conclusion:बॉक्साइट ट्रकों का परिचालन बंद होने को लेकर ट्रक मालिक सड़क पर उतरकर आंदोलन कर रहे हैं. ट्रक मालिकों ने मशाल जुलूस निकालकर अपने विरोध प्रदर्शन को प्रदर्शित किया है.
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.