लातेहार: पलामू टाइगर रिजर्व के छिपादोहर पश्चिमी वन क्षेत्र अंतर्गत सैदुप के पास हाथी के बच्चे का शव एक तालाब के पास पड़ा हुआ मिला. वन विभाग के द्वारा मृत हाथी के बच्चे का पोस्टमार्टम कराने के बाद शव को दफना दिया गया. बताया जा जा रहा है कि हाथी के बच्चे की मौत चोट लगने से हुई है.
ये भी पढ़ेंं: घाटशिला में हाई टेंशन बिजली तार की चपेट में आया नर हाथी, मौत
दरअसल हाथियों का झुंड इन दिनों सैदुप वन क्षेत्र के आसपास देखा जा रहा था. शनिवार को वन कर्मियों ने तालाब के किनारे एक हाथी के बच्चे को मृत पड़ा हुआ देखा. जिसके बाद इसकी सूचना वन विभाग के वरीय अधिकारियों को दी गई. वन अधिकारियों ने आनन-फानन में हाथी के बच्चे का पोस्टमार्टम करवा कर उसे दफना दिया. रविवार को जब इस मामले की सूचना आम लोगों को हुई तो यह चर्चा का विषय बन गया. हालांकि वन विभाग के अधिकारी इस संबंध में कुछ भी नहीं बता रहे हैं.
ऊंचाई से गिरने के कारण चोट लगने से हुई मौत: हाथी के बच्चे का पोस्टमार्टम करने वाले चिकित्सक का कहना है कि जिस प्रकार हाथी के बच्चे को चोट लगी है, उससे ऐसा प्रतीत हो रहा है कि वह काफी ऊंचाई से नीचे गिर गया होगा. बताया जाता है कि जिस स्थान पर हाथी के बच्चे का शव बरामद हुआ है उस तालाब के ऊपर लगभग 12 से 13 फीट ऊंची मेड़बंदी है. आशंका जताई जा रही है कि हाथियों का झुंड पानी पीने के बाद वापस लौट रहा होगा, तो मेढ़ के पास धक्का लगने से हाथी का बच्चा ऊंचाई से नीचे गिर गया होगा. जिसके कारण चोट लगने से उसकी मौत हो गई होगी.
4 से 6 महीने का होगा हाथी का बच्चा: चिकित्सक ने बताया कि मृत हाथी के बच्चे की उम्र करीब 4 से 6 महीने की थी. इसका वजन लगभग 2 क्विंटल के करीब था. चिकित्सक ने कहा कि पोस्टमार्टम के दौरान ऐसा लग रहा था कि हाथी के बच्चे की मौत लगभग 20 घंटे पहले हुई होगी.