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अंधविश्वास के नाम पर महिलाएं कर रहीं 'कोरोना माई' की पूजा, चलाया जाएगा जागरूकता अभियान

कोडरमा के बड़की बागी स्थित जंगलों में अंधविश्वास की हदे पार हो गई है. कोरोना को भगाने के लिए स्थानीय महिलाएं कोरोना माई की पूजा कर रही हैं. हालांकि प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि इस तरह के अंधविश्वास से दूरे रहें. प्रशासन ने इसके खिलाफ जागरूकता अभियान भी चलाने की बात कही.

Women worshiping Corona as goddess in koderma
पूजा करती महिलाएं
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Published : Jun 14, 2020, 12:38 PM IST

कोडरमा: कोरोना महामारी से बचने के लिए जहां पूरा विश्व इसकी वैक्सीन तैयार करने में जुटा हुआ है. वहीं कुछ लोग अंधविश्वास के चक्कर में इसे भगाने के लिए तंत्र-मंत्र व पूजा-पाठ की विधि अपना रहे हैं. ऐसा ही एक मामला कोडरमा जिला मुख्यालय से महज डेढ़ किलोमीटर की दूरी पर देखा गया है. जिले के बड़की बागी स्थित जंगलों में शनिवार को स्थानीय महिलाओं का एक झुंड पूजा पाठ करने निकल पड़े. वहां पहुंचकर इन महिलाओं ने श्रद्धापूर्वक पूजा अर्चना शुरू कर दी.

देखें पूरी खबर

इस पूजा पाठ के बारे में जब उन महिलाओं से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि हमारा देश अभी कोरोना महामारी से पीड़ित है. इसके प्रकोप से बचने के लिए हमलोग यहां कोरोना माई की पूजा करने आए हैं. ऐसा करने से कोरोना माई खुश हो जाएंगी और यहां के लोग इस महामारी से बच जाएंगे.

ये भी देखें- रांची में सरेशाम गोली मारकर एक युवक की हत्या, कुख्यात अपराधी गेंदा सिंह का था शूटर

वहीं, इसके बारे में जब उपायुक्त रमेश घोलप से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि यह बिल्कुल अंधविश्वास है. लोगों को इसे समझने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि इस तरह के अफवाह फैलाने के पीछे जिसका भी हाथ है उसे कानूनी प्रक्रिया के तहत कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी. उन्होंने लोगों से भी अपील की कि इस तरह के अफवाहों पर ध्यान ना देकर सरकार के दिशा निर्देशों का पालन करें. इस प्रकार से कोरोना से बचाव के विपरीत समस्याएं और भी बढ़ सकती हैं.

धनबाद में अंधविश्वास की हद

पिछले कुछ दिनों में झारखंड में इस तरह की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं. पिछले दिनों धनबाद में भी कोरोना के नाम पर अंधविश्वास देखने को मिला था. वहां मां लिलौरी मंदिर के कतरी नदी घाट पर महिलाएं कोरोना को कोरोना मां कहकर पूजा की ताकि कोरोना का प्रकोप यहां से खत्म हो जाए.

साहिबगंज में कोरोना माई की पूजा

वहीं, साहिबगंज में कोरोना को लेकर अंधविश्वास का मामला देखने को मिला था. दरअसल, जिले में एक वायरल वीडियो को सुनकर हजारों की संख्या में महिलाएं गंगा स्नान कर कोरोना माई की पूजा करने पहुंच गई.

छत्तीसगढ़ में भी कोरोना माई की पूजा

बता दें कि देशभर में कोरोना संक्रमण फैला हुआ है और इससे बचाव के लिए तमाम तरह के उपाय किए जा रहे हैं, लेकिन बढ़ती टेक्नॉलॉजी और विज्ञान के दौर में अंधविश्वास भी चरम पर है. छत्तीसगढ़ के भिलाई में कुछ महिलाएं ने कोरोना को वायरस नहीं, बल्कि माई मानकर पूजा कर रहे हैं. उनका मानना है कि कोरोना वायरस नहीं देवी हैं, जो रूठी हुई हैं. इनकी विधिवत पूजा की जाए तो यह हमारा देश छोड़ कर चली जाएंगी. इसलिए वह कोरोना माई की पूजा कर रही हैं.

कोडरमा: कोरोना महामारी से बचने के लिए जहां पूरा विश्व इसकी वैक्सीन तैयार करने में जुटा हुआ है. वहीं कुछ लोग अंधविश्वास के चक्कर में इसे भगाने के लिए तंत्र-मंत्र व पूजा-पाठ की विधि अपना रहे हैं. ऐसा ही एक मामला कोडरमा जिला मुख्यालय से महज डेढ़ किलोमीटर की दूरी पर देखा गया है. जिले के बड़की बागी स्थित जंगलों में शनिवार को स्थानीय महिलाओं का एक झुंड पूजा पाठ करने निकल पड़े. वहां पहुंचकर इन महिलाओं ने श्रद्धापूर्वक पूजा अर्चना शुरू कर दी.

देखें पूरी खबर

इस पूजा पाठ के बारे में जब उन महिलाओं से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि हमारा देश अभी कोरोना महामारी से पीड़ित है. इसके प्रकोप से बचने के लिए हमलोग यहां कोरोना माई की पूजा करने आए हैं. ऐसा करने से कोरोना माई खुश हो जाएंगी और यहां के लोग इस महामारी से बच जाएंगे.

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वहीं, इसके बारे में जब उपायुक्त रमेश घोलप से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि यह बिल्कुल अंधविश्वास है. लोगों को इसे समझने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि इस तरह के अफवाह फैलाने के पीछे जिसका भी हाथ है उसे कानूनी प्रक्रिया के तहत कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी. उन्होंने लोगों से भी अपील की कि इस तरह के अफवाहों पर ध्यान ना देकर सरकार के दिशा निर्देशों का पालन करें. इस प्रकार से कोरोना से बचाव के विपरीत समस्याएं और भी बढ़ सकती हैं.

धनबाद में अंधविश्वास की हद

पिछले कुछ दिनों में झारखंड में इस तरह की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं. पिछले दिनों धनबाद में भी कोरोना के नाम पर अंधविश्वास देखने को मिला था. वहां मां लिलौरी मंदिर के कतरी नदी घाट पर महिलाएं कोरोना को कोरोना मां कहकर पूजा की ताकि कोरोना का प्रकोप यहां से खत्म हो जाए.

साहिबगंज में कोरोना माई की पूजा

वहीं, साहिबगंज में कोरोना को लेकर अंधविश्वास का मामला देखने को मिला था. दरअसल, जिले में एक वायरल वीडियो को सुनकर हजारों की संख्या में महिलाएं गंगा स्नान कर कोरोना माई की पूजा करने पहुंच गई.

छत्तीसगढ़ में भी कोरोना माई की पूजा

बता दें कि देशभर में कोरोना संक्रमण फैला हुआ है और इससे बचाव के लिए तमाम तरह के उपाय किए जा रहे हैं, लेकिन बढ़ती टेक्नॉलॉजी और विज्ञान के दौर में अंधविश्वास भी चरम पर है. छत्तीसगढ़ के भिलाई में कुछ महिलाएं ने कोरोना को वायरस नहीं, बल्कि माई मानकर पूजा कर रहे हैं. उनका मानना है कि कोरोना वायरस नहीं देवी हैं, जो रूठी हुई हैं. इनकी विधिवत पूजा की जाए तो यह हमारा देश छोड़ कर चली जाएंगी. इसलिए वह कोरोना माई की पूजा कर रही हैं.

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