कोडरमाः जिला में बौद्धिक रूप से अक्षम और मूक बघिर छात्रों के लिए मर्सी आवासीय विद्यालय की शुरुआत की गई है. केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री अन्नपूर्णा देवी और जिला उपायुक्त आदित्य रंजन ने इस आवासीय विद्यालय का उद्घाटन किया.
इस आवासीय विद्यालय में फिलहाल 30 बच्चों को नामांकित किया गया हैं. जिन्हें रहने खाने से लेकर पढ़ाई लिखाई समेत अन्य सुविधाएं प्रदान की जाएंगी. फिलहाल आवासीय विद्यालय का संचालन एक संस्था के माध्यम से किया जा रहा है. लेकिन आने वाले दिनों में बौद्धिक रूप से अक्षम और मूक बधिर बच्चों को भी सामान्य स्कूलों में पढ़ाया लिखाया जाएगा. केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने कहा कि बौद्धिक रूप से अक्षम बच्चों को सामान्य स्कूलों में पढ़ाया जाएगा ताकि उन्हें समाज की मुख्यधारा से जुड़े रहने का मौका मिल सके. इसके लिए केंद्र सरकार आने वाले दिनों में ऐसे चिन्हित बच्चों के लिए विशेष शिक्षकों की भी प्रतिनियुक्ति करेगी.
वहीं उपायुक्त आदित्य रंजन ने कहा कि चाहे बच्चे हो या बुजुर्ग जो समाज के मुख्यधारा से नहीं जुड़ पा रहे हैं. ऐसे लोगों के लिए भी अलग से व्यवस्था की जा रही है ताकि सामान्य लोगों की तरह उन्हें भी सामान्य होने का अनुभव हो सके. वहीं विद्यालय की संचालिका ने बताया कि बच्चों को इस आवासीय विद्यालय में हर तरह की सुविधा मुहैया कराया जाएगा और शिक्षा से जोड़कर उन्हें समाज की मुख्यधारा से जोड़ा जाएगा
कोडरमा में मूक बधिर बच्चों के लिए एक भी स्कूल नहीं था और ऐसे बच्चे को सामान्य बच्चों के साथ शिक्षा दी जाती थी. ऐसे में सामान्य बच्चों की तरह इन बच्चों पढ़ाने में शिक्षकों को काफी परेशानी होती थी. लेकिन अब सरकार मूक बधिर बच्चों के लिए स्पेशल ट्रेनर शिक्षकों की बहाली करेगी ताकि ऐसे मूक बधिर बच्चों को अच्छी तरीके से शिक्षित किया जा सके और ऐसे बच्चे पढ़-लिखकर समाज की मुख्य धारा से जुड़ पाएं. फिलहाल कोडरमा में ऐसे विद्यालय को एनजीओ के सहयोग से चलाया जा रहा है. लेकिन जल्द ही सरकार बिना एनजीओ के इस तरह के विद्यालय संचालित करेगी.