कोडरमा: पुलिस ने साइबर क्राइम करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह के तीन अपराधियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. इन अपराधियों के पास से पुलिस ने अलग-अलग बैंकों के दर्जनों एटीएम, पास बुक, चेक बुक, दो मोबाइल और एक कार बरामद किया है.
राजस्थान में भी कई मामले हैं दर्ज
गिरफ्तार अपराधी इससे पहले भी राजस्थान और अन्य राज्यों में साइबर क्राइम की कई घटनाओं को अंजाम दे चुके हैं. राजस्थान में भी इन अपराधियों पर तकरीबन आधा दर्जन मामले दर्ज हैं. ये अपराधी पहले भी कई बार जेल जा चुके हैं.
गिरोह में कुल आठ लोग
कोडरमा पुलिस के मुताबिक, साइबर क्राइम के अंतरराज्यीय गिरोह में कुल आठ सदस्य हैं. जिसमें चार फिलहाल जेल में हैं. यह गिरोह कोडरमा समेत अलग-अलग इलाकों में मैग्नेटिक कार्ड रीडर और राइटर की मदद से एटीएम क्लोनिंग का काम करता था. स्किमर मशीन के जरिए किसी के भी एटीएम से दूसरे के अकाउंट से पैसे निकाल लिया करता था और ऑनलाइन शॉपिंग के जरिये सामान की खरीददारी किया करता था.
बिहार का है मास्टरमाइंड
फिलहाल गिरफ्तार अपराधियों से पूछताछ करने के लिए राजस्थान पुलिस भी कोडरमा पहुंच चुकी है. गिरफ्तार दोनों साइबर क्रिमिनल में एक संतोष कुमार यादव बिहार के गया जिले के वजीरगंज का रहने वाला है, जो मास्टरमाइंड है.
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सावधानी बरतने की अपील
कोडरमा एसपी एम तमिलवानन ने बताया कि यह गिरोह एटीएम के जरिए लोगों से ठगी करता था. इसके साथ ही एटीएम गार्ड और दुकान, मॉल के कर्मचारियों को पैसे का लालच देकर लोगों के एटीएम का पासवर्ड पूछ लिया करता था और उसके बाद लोगों के बैंक खातों से ठगी की जाती थी. एसपी ने लोगों से एटीएम के इस्तेमाल के दौरान सावधानी बरतने की अपील की है.