कोडरमा: जिले के सीडी मध्य विद्यालय में छात्राओं को आत्मरक्षा के लिए ताईक्वांडो की ट्रेनिंग दी जा रही है. छात्राएं आत्मरक्षा के लिए न सिर्फ खुद को तैयार कर रही हैं, बल्कि शारीरिक रूप से सशक्त होने के साथ-साथ मनचलों और कमेंट पास करने वालों पर नकेल कसने के लिए भी तैयार हो रही हैं. इन छात्राओं को 3 महीने की ट्रेनिंग दी जा रही है. जिससे वह किसी भी चुनौती से निपटने के लिए हर समय तैयार रहे.
ट्रेनिंग ले रही छात्राओं का मानना है कि जब वह स्कूल से निकलती है या घर से कहीं बाहर जाती हैं तो सड़कों पर गलियों में लोग उन्हें देखकर कमेंट पास करते हैं. ऐसे में यह ट्रेनिंग काफी अहम है और इस ट्रेनिंग के साथ वे खुद को शारीरिक रूप से स्वस्थ होने के साथ-साथ खुद को काफी मजबूत महसूस कर रही हैं.
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झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद की ओर से फिलहाल कोडरमा जिले के 15 स्कूलों में छात्राओं को ताइक्वांडो की यह ट्रेनिंग दी जा रही है और लगातार तीन महीने तक सप्ताह में 2 दिन 2 घंटे की यह क्लास इन छात्राओं को दी जाएगी. सीडी बालिका मध्य विद्यालय की प्राचार्य रंजीता सिंह ने छात्राओं को सेल्फ डिफेंस के लिए अपने-आप निर्भर बनाने की दिशा में सरकार की इस कदम की सराहना की है और कहा कि वर्तमान समय में छात्राओं और महिलाओं को खुद की सुरक्षा के प्रति सजग रहना जरूरी है.
निःशुल्क दी जा रही है ताइक्वांडो की ट्रेनिंग
सरकारी स्कूलों की छात्राओं को आत्मरक्षा के लिए ताइक्वांडो का यह प्रशिक्षण कुशल प्रशिक्षकों की निगरानी में दी जा रही है. इसके अलावे जिला ताइक्वांडो एसोसिएशन की ओर से महिलाओं और छात्राओं के लिए निःशुल्क ताइक्वांडो की ट्रेनिंग भी दी जा रही है. ताइक्वांडो एसोसिएशन के तकनीकी निदेशक और राष्ट्रीय रेफरी अशोक कुमार ने बताया कि वर्तमान परिवेश में जिस तरह से महिला हिंसा के मामले में इजाफा हो रहा है, ऐसे में छात्राएं मजबूत होंगी तो वो हर चुनौती से लड़ सकती हैं.