कोडरमा: जिले के झुमरी तिलैया में एक कोरोना संक्रमित व्यक्ति के मौत के बाद उसके दाह संस्कार को लेकर प्रशासन को काफी फजीहत झेलनी पड़ी. दरअसल झुमरी तिलैया के पानी टंकी रोड निवासी एक व्यक्ति की मौत कोरोना संक्रमण के कारण हुई थी, जिसके बाद उसकी शव को पानी टंकी स्थित श्मशान घाट पर दाह संस्कार के लिए लाया गया.
जैसे ही इसकी सूचना स्थानीय लोगों को लगी कि एक कोरोना संक्रमित का दाह संस्कार उक्त शमशान घाट पर किया जाने वाला हैं स्थानीय लोगों ने विरोध करना शुरू कर दिया. लोगों ने प्रशासन ने कहा कि उक्त मृतक का दाह-संस्कार कहीं और किया जाए स्थानीय लोग जिद पर अड़ गए कि यहां पर वे लोग किसी भी कीमत पर कोरोना संक्रमित मृतक का दाह-संस्कार नहीं होने देंगे.
लोगों का कहना था कि इससे संक्रमण का खतरा बढ़ सकता था. लोगों के विरोध को देखते हुए मौके पर एसडीओ विजय वर्मा, एसडीपीओ राजेन्द्र प्रसाद व तिलैया थाना की पुलिस मौके पर पहुंची और विरोध कर रहे लोगों को समझाया बुझाया जिसके बाद मामला शांत हुआ और स्थानीय लोग कोरोना संक्रमित के दाह-संस्कार के लिए राजी हुए.
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जिला प्रशासन की सार्थक पहल से मृतक के बेटे ने अपने पिता के दाह संस्कार की रस्म निभाई जिसके बाद मृतक के शव को दफनाने के लिए 8 फिट का गड्ढा जेसीबी के सहारे खोदा गया और मृतक के शरीर को दफनाया गया.
इधर इस घटना ने रिश्ते को तार-तार कर दिया. ऐसा इसलिए बोला जा रहा हैं क्योंकि जब जिला प्रशासन की टीम मृतक के शरीर को दाह संस्कार के लिए घाट पर लाया तो मृतक का कोई भी परिजन इस दाह-संस्कार में शामिल होना पसंद नहीं किया. कोरोना संक्रमित के दाह-संस्कार रस्म को उसके एक बेटे ने अकेले निभाई.