कोडरमा: चंदवारा थाना क्षेत्र के करौंजिया में रिश्ते को तार-तार करने वाली घटना सामने आई है. यहां एक पत्नी ने अपने पति की हत्या कर दी. पुलिस का कहना है कि पत्नी के इस कृत्य में उसके प्रेमी देवर और उसके निजी वाहन चालक की संलिप्तता रही है. चंदवारा पुलिस ने घटना में शामिल तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
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खुद ही लिखाई थी अपहरण की रिपोर्ट
पुलिस के अनुसार, करौंजिया निवासी 40 वर्षीय सिकंदर रविदास के लापता होने की सूचना चंदवारा थाने में मृतक की पत्नी ललिता देवी ने 16 मई को दर्ज कराई थी. महिला ने थाने में दिए आवेदन में अपने निजी कार चालक विजय दास पर अपहरण करने का आरोप लगाया था. इधर, मामला दर्ज करने के बाद चंदवारा पुलिस मामले के खुलासे को लेकर तफ्तीश कर रही थी. पत्नी की ओर से दिए गए आवेदन के आधार पर चालक विजय दास को गुरुवार रात जामू खाड़ी से पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तारी के बाद चालक विजय दास की निशानदेही पर करौंजिया-कोटवारडीह के बीच अर्ध निर्मित घर जो सिकंदर दास का था, उसी घर से सिकंदर दास का शव बरामद हुआ.
चौंकाने वाला बयान
वहीं, विजय दास ने पुलिस को चौंकाने वाले बयान दिए, जिसके बाद पुलिस ने मृतक की पत्नी ललिता देवी और उसके भाई जितेंद्र रविदास को गिरफ्तार कर लिया. थाना प्रभारी सोनी प्रताप सिंह ने बताया कि सिकंदर रविदास दिव्यांग था. पुलिस का कहना है कि इसी कारण उसकी पत्नी ललीता देवी का प्रेम प्रसंग देवर जितेंद्र रविदास के साथ लगभग 5-6 वर्षों से चला आ रहा था और सिकंदर को यह बात मंजूर नहीं थी. इसको लेकर स्थानीय पंचों ने पंचायत भी की थी, जिसमें ललिता देवी ने जितेंद्र दास के साथ रहने की बात कही थी. इसके ठीक कुछ ही दिनों के बाद सिकंदर रविदास का अपहरण कर हत्या कर दी गई.
इस मामले में पुलिस ने मृतक की पत्नी ललिता देवी और उसके भाई जितेंद्र रविदास और कार चालक विजय दास तितिरचांच निवासी को गिरफ्तार कर लिया गया है. पुलिस का कहना है कि इसकी हत्या 13 मई को ही पत्नी, भाई और चालक ने गला दबाकर घर में हत्या कर दी थी. वहीं, विजय दास ने अपने बयान में कहा है कि सिकंदर दास ने उनसे लोन दिलाने के नाम पर डेढ़ लाख रुपये लिए थे, जो वापस करने के नाम पर टाल-मटोल कर रहा था.