कोडरमा: जिला के जंगली ग्रामीण क्षेत्रों में ढिबरा स्क्रैप उत्खनन पर जिला प्रशाशन की बंदिशों के खिलाफ ढिबरा स्क्रैप मजदूरों ने कोडरमा जिला प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. ग्रामीण क्षेत्र के ढिबरा मजदूरों ने सोमवार को जिला मुख्यालय में अपनी शक्ति का प्रदर्शन किया. यहां हजारों की संख्या में ढिबरा स्क्रैप मजदूरों ने धरना दिया और नारेबाजी की. मजदूरों के इस आंदोलन में बीजेपी विधायक नीरा यादव भी शामिल हुईं.
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ढिबरा मजदूरों का नेतृत्व कर रहे कृष्णा सिंह घटवार ने कहा कि पुलिस ढिबरा मजदूरों के साथ नाइंसाफी कर रही है. उन्होंने जिला प्रशासन को खुली चुनौती देते हुए कहा कि अगर जिला प्रशासन इसी तरह ढिबरा मजदूरों को परेशान करेगी तो उनका आंदोलन उग्र होगा. उन्होंने बताया कि प्रशासन की ज्यादती के कारण ढिबरा मजदूरों के सामने भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गयी है.
इस आंदोलन में ढिबरा मजदूरों के समर्थन में कोडरमा विधायक नीरा यादव भी शामिल हुईं और ढिबरा मजदूरों का खुलकर समर्थन किया है. जिला मुख्यालय में आयोजित धरना प्रदर्शन में सपही, धोढाकोला, जानपुर दिबोर, बेंदी, गझंडी, झरकी विशुनपुर के हजारों ढिबरा मजदूर शामिल हुए और जिला प्रशाशन के खिलाफ जमकर अपनी भड़ास निकाली.
कोडरमा के सुदूरवर्ती ग्रामीण क्षेत्र के रोजगार का एकमात्र साधन ढिबरा यानी अभ्रख उत्खनन है. इन क्षेत्र की महिलाएं और पुरूष दिनभर जंगली क्षेत्र में ढिबरा स्क्रैप का उत्खनन करते हैं. जिससे उनके परिवार का भरण-पोषण होता है. आज के इस आंदोलन में ढिबरा मजदूरों का आक्रोश देखने को मिला. मजदूरों ने कहा कि अगर उनकी रोजी-रोटी छीनी जाएगी तो वो किसी हद तक जा सकते हैं.