कोडरमा: ग्रीन एनर्जी और रिन्यूवल एनर्जी को बढ़ावा देने के लिए लगातार कवायद की जा रही है. इस दिशा में कोडरमा के तिलैया डैम में 600 मेगावाट का फ्लोटिंग पावर प्लांट बनाया जाएगा. जहां पानी में तैरती सोलर प्लेट के जरिए बिजली उत्पादन किया जाएगा. जिससे न सिर्फ कोडरमा में शत प्रतिशत लोगों को बिजली मिलेगी, बल्कि बिजली के क्षेत्र में झारखंड आत्मनिर्भर बन पायेगा. तिलैया डैम में लगने वाले फ्लोटिंग पावर
डैम का नजारा होगा और भी खूबसूरत: फ्लोटिंग पावर प्लांट बन जाने के बाद तिलैया डैम का नजारा और भी खूबसूरत हो जाएगा. फिलहाल तिलैया डैम का यह पूरा इलाका प्रकृति की गोद में बसा हुआ है. और यहां हर साल लाखों सैलानी और पर्यटक मनोरंजन और सैर सपाटे के लिए आते हैं. ऐसे में पर्यटन के साथ-साथ सौर ऊर्जा के जरिए तिलैया डैम को और भी विकसित किया जाएगा. तिलैया डैम में वोटिंग एरिया को छोड़कर बाकी क्षेत्र में सोलर प्लेट बिछाए जाएंगे. गौरतलब है कि फ्लोटिंग पावर प्लांट के 2 फायदे हैं. एक तरफ जहां सौर ऊर्जा से बिजली का उत्पादन होगा, वहीं दूसरी तरफ तिलैया डैम के जल स्तर को भी बनाए रखने में मदद मिलेगी.
फ्लोटिंग पावर प्लांट के लिए शुरू किया जाएगा कार्य: डैम का एक बड़ा क्षेत्र सोलर प्लेट से ढके होने के कारण पानी का वाष्पीकरण भी कम होगा. कोडरमा थर्मल पावर प्लांट के परियोजना प्रधान दिलीप कुमार सिंह ने कहा कि बहुत जल्द ही फ्लोटिंग पावर प्लांट के लिए कार्य शुरू किया जाएगा. इसे लेकर डीवीसी और एनटीपीसी की टीम ने पूरे तिलैया डैम क्षेत्र का मुआयना कर लिया है.