कोडरमा: कृषि और वनोपोज के जरिए जीविकोपार्जन और लोगों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कार्यशाला का आयोजन किया गया. कोडरमा के झुमरी तिलैया स्थित श्रम कल्याण सभागार में आयोजित कार्यशाला में पैक्स अध्यक्ष, सहकारिता समिति और स्वावलंबी गांव के ग्रामीण उपस्थित हुए. इस कार्यशाला में सिदो कान्हो कृषि एवं वनपोज राज्य सहकारी संघ लिमिटेड से आए प्रशिक्षकों ने कार्यशाला में मौजूद लोगों को सहकारिता संघ बनाने को लेकर आवश्यक प्रशिक्षण और जानकारी दी.
मौके पर लोगों को बताया गया कि कैसे कृषि उत्पाद और वन उत्पाद के जरिए लोग सहकारी संघ के जरिए खुद को आत्मनिर्भर बना सकते हैं और आर्थिक उपार्जन की प्रक्रिया को आगे बढ़ा सकते हैं. कृषि उत्पाद के अलावे वनपोज के रूप मे महुआ, करंज, हरे, बहेड़ा, रेशम, आंवला चिरौंजी, लाह आदि से तैयार होने वाले उत्पाद और उनकी प्रोसेसिंग के बाद बाजार तक लाने की जानकारी भी मौजूद लोगों को दी गई.
इस मौके पर जिले के उपायुक्त आदित्य रंजन और वन प्रमंडल पदाधिकारी सूरज कुमार सिंह मुख्य रूप से मौजूद थे. उपायुक्त आदित्य रंजन ने कहा कि वनोपज और कृषि के जरिए ग्रामीण उत्पादन तो अच्छी करते हैं, लेकिन उन्हें बाजार नहीं मिलने की स्थिति में ग्रामीणों को अच्छी आमदनी नहीं हो पाती है. ऐसे में सहकारिता के माध्यम से लोगों को उचित बाजार और उचित लाभ दिलाने का प्रयास किया जा रहा है.
वहीं, सहकारिता पदाधिकारी लोकनाथ महतो ने बताया कि कोडरमा में खासकर वनपोज के रूप में महुआ का सबसे ज्यादा उत्पादन होता है और महुआ से दर्जनों उत्पाद तैयार किए जा सकते हैं. जिसका प्रशिक्षण भी ग्रामीणों को दिया जाएगा और सहकारिता के माध्यम से महुआ से तैयार उत्पादों को वर्ल्ड फेमस बनाने की परिकल्पना तैयार की गई है.