कोडरमा: प्रोजेक्ट रेल और प्रोजेक्ट इंपैक्ट के तहत कोडरमा में शिक्षा के क्षेत्र में हो रहे बदलाव को पूरे राज्य में मॉडल के रूप में विकसित किया जाएगा. पूरे राज्य में इस मॉडल को लागू किया जाएगा. इसके लिए सातवीं जेपीएससी के शिक्षा अधिकारियों ने कोडरमा में चल रहे शिक्षा मॉडल को जाना और समझा.
मुख्यमंत्री ने की थी सराहना: कोडरमा में एक कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सरकारी स्कूलों में दिए जा रहे गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा के बारे में अपनी प्रतिक्रिया दी थी. मुख्यमंत्री ने नो कॉस्ट और लो कॉस्ट पर सरकारी स्कूलों में बहाल मूलभूत सुविधाओं को सराहा था. इस शिक्षा मॉडल को पूरे राज्य में लागू करने की बात कही थी. इस बाबत सातवीं जेपीएससी पास 38 शिक्षा अधिकारियों और शैक्षिक अनुसंधान परिषद के 10 अधिकारियों ने कोडरमा के कई सरकारी स्कूलों का मुआयना किया और प्रोजेक्ट रेल और प्रोजेक्ट इंपैक्ट के तहत बच्चों को दी जा रही शिक्षा को नजदीक से जाकर समझा.
इस व्यवस्था को किया जाएगा लागू: प्रोजेक्ट रेल के तहत हर शनिवार सरकारी स्कूल के बच्चों का टेस्ट लेकर उनका मूल्यांकन किया जाता है. प्रोजेक्ट इंपैक्ट के तहत बच्चों को दूसरी गतिविधियों में भी निपुण बनाया जाता है. इन दोनों प्रोजेक्ट के जरिए कोडरमा की सरकारी शिक्षा व्यवस्था को लगातार बेहतर बनाया जा रहा है. पिछले साल मैट्रिक और इंटर की परीक्षा परिणाम में पूरे राज्य में कोडरमा टॉप पर था.
अधिकारी पहुंचे कोडरमा: अब इसी शिक्षा मॉडल को सरकार पूरे राज्य में लागू कराना चाहती है. इसके लिए शिक्षा के क्षेत्र में रुचि रखने वाले 7 वीं जेपीएससी पास अधिकारियों को कोडरमा भेजा गया, ताकि ये लोग कोडरमा में शिक्षा व्यवस्था में हो रहे सुधार का आकलन कर सकें और इस मॉडल पूरे राज्य में लागू किया जा सके.
अधिकारियों ने सीखी बारीकियां: दो दिनों के कोडरमा दौरे पर रहे नवनियुक्त शिक्षा अधिकारियों ने कई स्कूलों का निरीक्षण किया. कोडरमा उपायुक्त आदित्य रंजन ने इन शिक्षा अधिकारियों के साथ एक घंटे का ओरियंटेशन प्रोग्राम भी रखा. इसमें प्रोजेक्ट रेल और प्रोजेक्ट इंपैक्ट से जुड़ी बारीकियां इन अधिकारियों को बताई गई. उपायुक्त आदित्य रंजन ने कहा कि पूरे राज्य में कोडरमा के शिक्षा मॉडल को अपनाया जा रहा है. यह गर्व की बात है. उन्होंने कहा कि नवनियुक्त शिक्षा अधिकारियों ने कोडरमा में आकर जो देखा और और सीखा है, वे जब अपने अपने जिले में जाकर इसका इंप्लीमेंट करेंगे तो निश्चित तौर पर सरकारी शिक्षा व्यवस्था में परिवर्तन होगा.
बढ़ रही बच्चों की उपस्थिति: कोडरमा जिले के सरकारी स्कूलों में प्रोजेक्ट रेल और प्रोजेक्ट इंपैक्ट के तहत न सिर्फ बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल रही है. इसका असर स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति पर पड़ रहा है. ज्यादा से ज्यादा बच्चे स्कूल आ रहे है. सरकारी स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति और उनकी लगन को देखकर नवनियुक्त शिक्षा अधिकारी भी गदगद नजर आए. उन लोगों ने अपने अपने पदस्थापन वाले जिले में भी इसके अनुपालन करने की बात कही.