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Koderma News: आरटीआई दाखिल करना पड़ा महंगा, जमीन की जमाबंदी रद्द, अंचल अधिकारी पर आरोप - झारखंड न्यूज

कोडरमा अंचल अधिकारी पर जमीन की गलत तरीके से जमाबंदी करने का आरोप लगा है. आरोप लगाने वाले शख्स ने कहा है कि एक आरटीआई दाखिल करने पर उसके जमीन की जमाबंदी किसी दूसरे के नाम कर दी गई.

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Published : May 17, 2023, 11:52 AM IST

Updated : May 17, 2023, 12:12 PM IST

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कोडरमा: अंचल कार्यालय की एक नई कारस्तानी सामने आई है. जमीन की मापी किए जाने को लेकर आरटीआई दाखिल किए परिवार की जमाबंदी रद्द कर उस जमीन पर दूसरे की जमाबंदी करने का आरोप लगा है. मामले में डीसी ने जांच की बात कही है.

ये भी पढ़ेंः कोडरमा: राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज के शिफ्ट किए जाने का हो रहा विरोध, सीपीआई ने किया धरना प्रदर्शन

दरअसल तिलैया बस्ती के रहने वाले काली प्रसाद शाही के पुत्र दुर्गा प्रसाद शाही ने अंचल कार्यालय में अपने 61 डिसमिल जमीन को बेचने के लिए मापी कराने का आवेदन दिया था. आवेदन देने के लगभग 1 साल तक जब जमीन की मापी नहीं हुई तो इस परिवार ने सूचना के अधिकार के तहत जवाब मांगा, लेकिन उस जवाब के आलोक में अंचल कार्यालय द्वारा उनकी खतियानी जमीन पर किसी और की जमाबंदी होने का नोटिस उन्हें थमा दिया गया.

बहरहाल अंचल कार्यालय की कारस्तानी से काली प्रसाद शाही का पूरा परिवार परेशान है. काली प्रसाद शाही किडनी और लीवर रोग से पीड़ित हैं और उन्होंने अपनी बीमारी के इलाज के लिए 61 डिसमिल जमीन में से कुछ हिस्सा बेचने की बात सोची थी. अंचल कार्यालय की कारस्तानी से परिवार पर मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा है. इलाज तो दूर दशकों से खतियानी जमीन पर दखल कब्जा का खतरा भी अब मंडराने लगा है.

काली प्रसाद शाही ने बताया कि आरटीआई के तहत जवाब मांगे जाने से नाराज अंचल अधिकारी ने उनकी जमाबंदी हटाकर दूसरे व्यक्ति की जमाबंदी कायम कर दी है. जबकि उक्त जमीन वर्षों से उनके नाम से दर्ज है और पिछले साल तक उसकी रसीद भी निर्गत की गई है. वहीं काली प्रसाद शाही के पुत्र दुर्गा प्रसाद शाही ने प्रशासन से इस मामले को लेकर कार्रवाई की मांग की है और बताया कि अप्रैल महीने तक जमीन की जमाबंदी उनके पिता के नाम पर ऑनलाइन दर्ज थी, लेकिन अचानक से जमीन पर किसी और की जमाबंदी कर दी गई है. उन्होंने बताया कि जमीन नहीं बिकने से पिता का इलाज कराने में भी परेशानी हो रही है. इधर इस मामले को लेकर उपायुक्त आदित्य रंजन ने जांच की बात कही है.

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कोडरमा: अंचल कार्यालय की एक नई कारस्तानी सामने आई है. जमीन की मापी किए जाने को लेकर आरटीआई दाखिल किए परिवार की जमाबंदी रद्द कर उस जमीन पर दूसरे की जमाबंदी करने का आरोप लगा है. मामले में डीसी ने जांच की बात कही है.

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दरअसल तिलैया बस्ती के रहने वाले काली प्रसाद शाही के पुत्र दुर्गा प्रसाद शाही ने अंचल कार्यालय में अपने 61 डिसमिल जमीन को बेचने के लिए मापी कराने का आवेदन दिया था. आवेदन देने के लगभग 1 साल तक जब जमीन की मापी नहीं हुई तो इस परिवार ने सूचना के अधिकार के तहत जवाब मांगा, लेकिन उस जवाब के आलोक में अंचल कार्यालय द्वारा उनकी खतियानी जमीन पर किसी और की जमाबंदी होने का नोटिस उन्हें थमा दिया गया.

बहरहाल अंचल कार्यालय की कारस्तानी से काली प्रसाद शाही का पूरा परिवार परेशान है. काली प्रसाद शाही किडनी और लीवर रोग से पीड़ित हैं और उन्होंने अपनी बीमारी के इलाज के लिए 61 डिसमिल जमीन में से कुछ हिस्सा बेचने की बात सोची थी. अंचल कार्यालय की कारस्तानी से परिवार पर मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा है. इलाज तो दूर दशकों से खतियानी जमीन पर दखल कब्जा का खतरा भी अब मंडराने लगा है.

काली प्रसाद शाही ने बताया कि आरटीआई के तहत जवाब मांगे जाने से नाराज अंचल अधिकारी ने उनकी जमाबंदी हटाकर दूसरे व्यक्ति की जमाबंदी कायम कर दी है. जबकि उक्त जमीन वर्षों से उनके नाम से दर्ज है और पिछले साल तक उसकी रसीद भी निर्गत की गई है. वहीं काली प्रसाद शाही के पुत्र दुर्गा प्रसाद शाही ने प्रशासन से इस मामले को लेकर कार्रवाई की मांग की है और बताया कि अप्रैल महीने तक जमीन की जमाबंदी उनके पिता के नाम पर ऑनलाइन दर्ज थी, लेकिन अचानक से जमीन पर किसी और की जमाबंदी कर दी गई है. उन्होंने बताया कि जमीन नहीं बिकने से पिता का इलाज कराने में भी परेशानी हो रही है. इधर इस मामले को लेकर उपायुक्त आदित्य रंजन ने जांच की बात कही है.

Last Updated : May 17, 2023, 12:12 PM IST
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