कोडरमा: जिले के कोडरमा प्रखंड की जमीन पर झुमरी तिलैया नगर परिषद के द्वारा बाउंड्री कर पार्क बनाए जाने का मामला प्रकाश में आया है. मामला सामने आने के बाद प्रखंड कार्यालय के द्वारा बाउंड्री निर्माण कार्य को रोक दिया गया है. फिलहाल निर्माण कार्य के लिए खोदे गए गड्ढे के कारण एकमात्र खेल का मैदान भी खराब हो गया है. यह ब्लॉक मैदान कोडरमा प्रखंड कार्यालय से सटा हुआ है.
यह भी पढ़ें: रजौली टू कोडरमा फोरलेन के निर्माण कार्य को लेकर विवाद, तिलैया बाईपास में रैयतों और एनएचआई के बीच गतिरोध जारी
यह मैदान शहर के एकमात्र खेल मैदान के रूप में चिन्हित हैं. इसके अलावा राजनीतिक दलों की सभाएं और कार्यक्रम का आयोजन भी इसी ब्लॉक मैदान में किया जाता है. साथ ही कई सरकारी कार्यक्रम भी इसी मैदान पर आयोजित किए जाते हैं, लेकिन नगर परिषद की कारस्तानी के कारण यह मैदान पूरी तरह से बर्बाद हो गया है.
बगैर प्रखंड कार्यालय से अनुमति लिए नगर परिषद के द्वारा इस मैदान के चारों ओर बाउंड्री वाल का निर्माण करवाया जा रहा था. जिसके बाद इस खेल मैदान में पार्क बनाए जाने की योजना थी. अंचल की इस जमीन से नगर परिषद के द्वारा राजस्व वसूली करने का इरादा भी था, लेकिन इसकी भनक लग जाने के बाद पंचायत प्रतिनिधियों ने आपत्ति दर्ज कराई और प्रखंड कार्यालय ने निर्माण कार्य पर रोक लगा दी.
मामले को लेकर सभी अधिकारी मौन: प्रखंड कार्यालय की जिस जमीन पर नगर परिषद के द्वारा बाउंड्री वॉल का निर्माण किया जा रहा था, दरअसल वह जमीन ग्रामीण विकास विभाग के नाम हस्तांतरित है. ऐसे में ना तो नगर परिषद के अधिकारी इस मामले पर कुछ बोलने को तैयार हैं और ना ही प्रखंड विकास पदाधिकारी इस मामले पर कुछ बोल रहीं हैं.
बहरहाल, नगर परिषद के निवर्तमान अध्यक्ष प्रकाश राम ने नगर परिषद का पैसा प्रखंड की जमीन पर खर्च किए जाने को लेकर सवाल उठाया है. उन्होंने कहा कि नगर परिषद का बोर्ड भंग हो जाने के बाद अधिकारी मनमानी तरीके से कार्य कर रहें हैं और सरकारी राशि का बंदरबाट कर रहे हैं. इधर मामला संज्ञान में आने के बाद उपायुक्त मेघा भारद्वाज ने पूरे मामले की जांच की बात कही है. प्रखंड की जमीन पर नगर परिषद द्वारा बाउंड्री वॉल का निर्माण कार्य किया जा रहा था, जिसे फिलहाल अगले आदेश तक रोक दिया गया है.