कोडरमा: जिले के सरकारी स्कूलों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को लेकर जहां कई स्कूलों को नो कॉस्ट और लो कॉस्ट पर मॉडल स्कूल के रूप में तब्दील किया जा रहा है, वहीं अब इस कड़ी में स्वयंसेवी संस्थाएं भी स्कूलों को मॉडल स्कूल बनाने में अपनी भूमिका निभा रही है. कोडरमा के डोमचांच प्रखंड में कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रन फाउंडेशन की ओर से 5 स्कूलों को मॉडल स्कूल के रूप में तब्दील किया जा रहा है.
कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रन फाउंडेशन की ओर से स्कूलों में स्मार्ट क्लासरूम और खेलकूद की सुविधाएं बहाल करने के साथ बच्चों को म्यूजिक और डांस में निपुण बनाने का प्रयास भी किया जा रहा है. इसके लिए बच्चों के बीच वाद्य यंत्र वितरित किए गए हैं. इस मौके पर एक कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया, जहां बड़ी संख्या में स्कूली बच्चे मौजूद थे. बच्चे भी स्कूल में पठन-पाठन की सामग्री के अलावा खेल सामग्री और वाद्यय यंत्र मिलने से खुश नजर आए और कहा कि अब उन्हें स्कूल में पढ़ाई के साथ-साथ अन्य गतिविधियों में भी हाथ आजमाने का मौका मिलेगा.
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इस मौके पर मौजूद डोमचांच प्रखंड विकास पदाधिकारी ने भी कहा कि एक तरफ जिला प्रशासन के द्वारा कई स्कूलों को मॉडल स्कूल बनाया जा रहा है. वहीं, अब इस कड़ी में स्वयंसेवी संस्थाओं की मदद मिलने से और भी फायदा मिलेगा. कार्यक्रम का आयोजन कर रहे कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रन फाउंडेशन के वरिष्ठ कार्यकर्ता गोविंद खेनाल ने कहा कि ग्रामीण इलाकों के सरकारी विद्यालयों को मॉडल स्कूल बनाने के लिए हर तरह की सुविधाओं से लैस किया जा रहा है. इसके अलावा छात्राओं के बीच लगातार फुटबॉल टूर्नामेंट आयोजित किए जा रहे हैं. जिससे उनकी खेल प्रतिभा को निखारने का भी मौका मिल रहा है.