कोडरमा: वैज्ञानिकों को अपने अनुसंधान और शोध के लिए नासा से बेहतर कोई विकल्प नहीं मिल सकता, लेकिन देश के एक युवा वैज्ञानिक ने अपने अनुसंधान और आविष्कार के लिए नासा जैसे संस्थान को ठुकरा दिया है. वो वैज्ञानिक हैं बिहार के भागलपुर रहने वाले गोपाल जी. इन्होंने देश में ही रहकर रिसर्च करने का निर्णय लिया है. गोपाल जी 13 साल की उम्र से ही आविष्कार कर रहे हैं और अब तक 10 आविष्कार कर चुके हैं.
गोपाल जी देश के सबसे युवा वैज्ञानिक हैं. गोपाल जी बिहार के भागलपुर के एक छोटे से गांव धुर्वगंज के रहने वाले हैं. सबसे पहले गोपाल जी ने 13 साल की उम्र में केले के थंब से बिजली उत्पादन का अविष्कार किया और उसके बाद उन्होंने पानी पर तैरने वाले ईंट का निर्माण किया, जिससे उन्हें देश ही नहीं विदेशों में भी ख्याति मिली.
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अप्रैल में आबूधाबी में विश्व के सबसे बड़े साइंस फेयर में गोपाल जी को मुख्य वक्ता के रूप में आमंत्रित किया गया है. उन्होंने बताया कि इस साइंस फेयर में विश्व के तकरीबन 5000 से ज्यादा युवा वैज्ञानिक हिस्सा लेंगे और सभी अपने-अपने अनुभव बताएंगे. गोपाल जी उस साइंस फेयर में मुख्य वक्ता के रूप में लोगों को संबोधित करेंगे.
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गोपाल जी इस आमंत्रण के बाद अपने आपको गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं और काफी खुश हैं. उन्होंने कहा कि देश के वैज्ञानिकों को आगे बढ़ाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी भी लगातार प्रयासरत हैं और वैज्ञानिकों के प्रति उनकी सोच उन जैसे युवा वैज्ञानिकों को उत्साह देता है.