कोडरमा: जिले के चंदवारा में ड्यूटी के दौरान 11 हजार वोल्ट तार की चपेट में आने से विद्युत विभाग के बिजली मिस्त्री शंकर सिंह की मौत हो गई. संविदा पर कार्यरत बिजली मिस्त्री शंकर सिंह की मौत के 24 घंटे बीत जाने के बाद भी विभाग की ओर से किसी तरह की पहल नहीं की गई है, जिसके कारण नाराज शंकर सिंह के परिजनों और स्थानीय लोगों ने महतो आरा के पास एनएच 31 पर विरोध प्रदर्शन किया. लगभग ढाई घंटे तक एनएच 31 पर आवागमन ठप रहा. लोगों ने विद्युत विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाया है.
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घटना से आक्रोशित लोग एनएच 31 पर बिजली मिस्त्री शंकर सिंह के शव के साथ प्रदर्शन कर रहे थे. लोगों ने विद्युत विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि तार खींचने के लिए पोल पर चढ़े एक मिस्त्री को करंट लगना घोर लापरवाही है. सड़क पर प्रदर्शन कर रहे लोगों ने कहा कि बिजली मिस्त्री शंकर सिंह घर में इकलौता कमाने वाला था, उसके भरोसे ही परिवार चलता था. उन्होंने प्रशासन से बिजली मिस्त्री के परिजनों को मुआवजा देने की मांग की.
मृतक के परिजनों को मुआवजा देने का आश्वासन
मामले की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और सड़क जाम हटाने की कोशिश करने में लग गई. इस दौरान आक्रोशित लोगों और पुलिस के बीच नोंकझोंक चलते रही. बाद में कोडरमा के अंचल अधिकारी अनिल कुमार ने शंकर सिंह के परिजनों को आश्वासन दिया, जिसके बाद सड़क से जाम हटाया गया. अंचल अधिकारी अनिल कुमार ने कहा कि लोगों को समझा-बुझाकर जाम हटाया गया है और पीड़ित परिवार को सामाजिक सुरक्षा के तहत लाभ दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि विद्युत विभाग के अधिकारियों से भी संपर्क किया जाएगा और मृतक को मुआवजा दिलाया जाएगा.
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चतरा में विद्युत विभाग की लापरवाही
वहीं चतरा जिले के प्रतापपुर प्रखंड के कौरा गांव में भी बिजली विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है. विभाग की लापरवाही के कारण आधा दर्जन बेजुबान पशुओं की मौत हो गई. ग्रामीणों से मिली जानकारी के मुताबिक ग्याराह हजार वोल्ट का तार अचानक टूट कर गिर गया, जिसके चपेट में सभी मवेशी आ गया और मौके पर ही 6 मवेशियों की मौत हो गई. घटना के बाद मौके पर बड़ी संख्या में ग्रामीण जुट गए और बिजली विभाग को सूचित कर मुआवजा की मांग की.