कोडरमाः जिला सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड के बाहर एक अज्ञात वृद्ध महिला का शव लावारिश अवस्था में बरामद किया गया. महिला का शव कचरे के ढेर के बीच पड़ा हुआ था. पूरे मामले में जांच की बात पुलिस और अस्पताल प्रबंधन के द्वारा कही जा रही है.
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31 अगस्त से महिला कोडरमा सदर अस्पताल में इलाजरत थीं, इस दौरान कोई भी रिश्तेदार उनके साथ मौजूद नहीं था. महिला अस्पताल के वार्ड से बाहर कैसे निकली और कचरे के ढेर तक कैसे पहुंची, यह किसी को पता नहीं चल पाया है. बताया जाता है कि रविवार को जीवित हालत में कुछ लोगों ने महिला का वीडियो बनाकर सदर अस्पताल प्रबंधन को सूचना दी, जब तक महिला को वापस वार्ड में लाया जाता तबतक उनकी मौत हो चुकी थी. अस्पताल प्रबंधन के द्वारा उक्त महिला को मानसिक रूप से विक्षिप्त बताया जा रहा है. हालांकि वृद्धा की मृत्यु के काफी देर बाद भी इसकी भनक अस्पताल के किसी कर्मचारी को नहीं लगी, यह जांच का विषय है.
इस बीच सदर अस्पताल आए पुलिसकर्मी की नजर जब महिला के शव पर पड़ी तो उन्होंने अपने स्तर से महिला के शव को चादर से ढक दिया और अस्पताल प्रबंधन को इसकी सूचना दी. जानकारी मिलने के बाद हरकत में आए अस्पताल कर्मियों के द्वारा आननफानन में महिला के शव को इमरजेंसी वार्ड के बाहर से हटाकर पोस्टमार्टम हाउस पहुंचाया गया. इस बीच ये खबर आसपास के इलाकों में फैल गयी.
कोडरमा सदर अस्पताल में महिला का शव बरामद होने की खबर मिलते ही झामुमो जिलाध्यक्ष वीरेंद्र पांडे मौके पर पहुंचे और और इसे मानवता के साथ खिलवाड़ बताया. वीरेंद्र पांडे ने बताया कि जब उन्हें सूचना मिली थी उस वक्त तक महिला जीवित थी लेकिन जब तक वे अस्पताल पहुंचे महिला की मौत हो चुकी थी. इस घटना को लेकर उन्होंने अस्पताल प्रबंधन की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए, सिविल सर्जन पर हत्या का मामला दर्ज करने की मांग की.
पूरे मामले पर कोडरमा सिविल सर्जन अनिल कुमार ने बताया कि बुजुर्ग महिला की मृत्यु सामान्य है, महिला बिना परिजन के अस्पताल में इलाजरत थीं. सिविल सर्जन ने बताया कि वो मानसिक रूप से विक्षिप्त भी थीं लेकिन महिला अस्पताल के बाहर कैसे आयी इस बात की जांच कराई जाएगी.