कोडरमाः हजारीबाग से आई एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने रंगेहाथों घूस लेते वनरक्षी अमरेंद्र कुमार को गिरफ्तार किया है. वनरक्षी अमरेंद्र कुमार पेड़ कटाई के एक मामले में सूरज कुमार नामक व्यक्ति से लकड़ी परिवहन के लिए इजाजत देने के नाम पर 5000 रुपये की मांग कर रहा था.
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शिकायतकर्ता सूरज कुमार के द्वारा वनरक्षी अमरेंद्र कुमार को 4 हजार रुपया घूस दिया गया. इधर पहले से घात लगाए एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने वनरक्षी अमरेंद्र कुमार को मौके से रंगेहाथों रिश्वत की रकम लेते गिरफ्तार कर लिया. वनरक्षी अमरेंद्र कुमार की गिरफ्तारी वन मंडल कार्यालय के सामने निजी होटल के पास से की गई है. इसको लेकर बताया जा रहा है कि सूरज कुमार ने अर्जुन मोदी नामक शख्स से शीशम का एक पेड़ खरीदा था, जिसकी कटाई की गई और शीशम के बोटे को चिराई कराने के लिए आरा मिल तक ढुलाई करके ले जाना था और वो बिना वन विभाग के इजाजत के संभव नहीं होता है.
लकड़ी के परिवहन के लिए वन विभाग से अनुमति लेना होता है और वनरक्षी इसकी परमिशन देते हैं. वन आरक्षी अमरेंद्र कुमार ने सूरज कुमार से पांच हजार रुपये घूस में मांगे थे. जिसकी शिकायत सूरज कुमार ने एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम हजारीबाग से की थी. एसीबी की टीम ने शिकायतकर्ता को कैमिकल लगा हुआ नोट रिश्वत में देने के लिए दिया. सब कुछ प्लानिंग के तहत चल रहा था और जैसे ही शिकायतकर्ता सूरज कुमार ने कैमिकल लगा नोट वनरक्षी अमरेंद्र कुमार को दिया. पहले से मौजूद एसीबी की टीम ने जाल बिछाकर रंगेहाथों वनरक्षी को गिरफ्तार कर लिया. एसीबी की टीम वन आरक्षी अमरेंद्र कुमार को अपने साथ हजारीबाग ले गयी है. बताया जाता है कि वनरक्षी अमरेंद्र कुमार काफी भ्रष्ट हैं, वह ऐसे कामों के लिए लोगों से अक्सर पैसे की मांग किया करते थे.