कोडरमा: जिले के झुमरी तिलैया नगर परिषद क्षेत्र में स्वच्छ भारत अभियान के तहत बनवाए गए शौचालय हाथी के दांत साबित हो रहे हैं. दरअसल शहरी क्षेत्रों के लिए तीन अलग-अलग इलाकों में 25 लाख रुपये की लागत से एक-एक सामुदायिक शौचालय का निर्माण कराया गया था. लेकिन बदहाल होने से ये लोगों के काम नहीं आ रहे हैं.
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सामुदायिक शौचालय हुए बेकार
नगर परिषद के झरना कुंड स्थित बिरहोर टोला में बनवाए गए सामुदायिक शौचालय की हालत बद से बदतर हो गई है. इनके कमोड तक क्षतिग्रस्त हो गए हैं. इसके अलावा तिलैया बस्ती के हरिजन टोला में और मडुवाटांड में बनवाया गया सामुदायिक शौचालय भी पूरी तरह से बेकार साबित हो रहा है. इन दोनों शौचालयों में सालों से ताला लटका हुआ है और लोग इसका इस्तेमाल नहीं कर पा रहे हैं.
सुधार कराएंगे
वहीं इस मामले में नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी कौशलेश कुमार ने कहा कि लोगों की जरूरतों को देखते हुए उन्हीं की ओर से चिन्हित किए गए स्थानों पर सामुदायिक शौचालय का निर्माण कराया गया था. उन्होंने बताया कि अगर शौचालय को क्षतिग्रस्त किया गया है तो उसकी मरम्मत कराई जाएगी और उसके देखभाल के लिए मॉनिटरिंग भी की जाएगी.