कोडरमा: सरकारी बैंकों के निजीकरण के प्रस्ताव के खिलाफ नौ बैंक यूनियनों का संयुक्त मंच यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस के आह्वान पर दो दिवसीय हड़ताल के कारण जिले के सभी बैंकों में ताले लटके मिले. बंद के समर्थन में यूएफबीयू के बैनर तले बैंक कर्मचारियों व अधिकारियों ने जुलूस निकालकर निजीकरण का विरोध किया और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
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बैंक कर्मचारी आज दूसरे दिन भी धरने पर बैठे रहे. बैंक कर्मचारियों ने सरकार विरोधी नारे लगाते हुए निजीकरण का विरोध किया. कर्मचारियों को संबोधित करते हुए यूनियन के नेताओं ने कहा कि आज जिले में 50 बैंकों के लगभग 500 कर्मी हड़ताल में शामिल हुए जिसकी वजय से वितीय लेनदेन पूरी तरह से ठप्प है.
उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर बैंकों के निजीकरण पर रोक नहीं लगेगी तो उनका आंदोलन इसी तरह जारी रहेगा. वहीं बैंक कर्मियों की हड़ताल की वजह से जहां बैंकों में ताले लटके मिले, वहीं कई बैंकों के एटीएम के शटर भी गिरे मिले . बैंकों के बंद रहने की वजह से लोगों को खूब फजीहत उठानी पड़ी.
सबसे ज्यादा परेशानी छोटे व्यपारियों को उठानी पड़ी. बैंक बंद होने की वजह से जरूरतमंद लोग इधर-उधर एटीएम का चक्कर लगाते पाए गए. गौरतलब है कि बैंक बंद होने की वजय से दो दिनों में कोडरमा में 15 करोड़ रुपये का व्यवसाय प्रभावित हुआ .