कोडरमा: जिले के माईका कारोबारी अर्जुन साव की हत्या के मामले की जांच अब सीआईडी करेगी. इस मामले को लेकर राज्य पुलिस मुख्यालय ने सीआईडी को केस टेक ओवर करने का आदेश दे दिया है. अर्जुन साव की मौत के 23 दिन बीतने के बाद सीआईडी जांच के फैसले का परिजनों ने स्वागत किया है. इस आदेश के बाद अर्जुन साव के परिजनों ने न्याय की उम्मीद जताई है.
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किसी तरह की नहीं हो रही थी जांच: अर्जुन साव की पत्नी कांति देवी ने कहा कि उनके पति के मौत के बाद किसी तरह का जांच नहीं हो रही है. कांति देवी ने भी सीआईडी जांच पर भरोसा जताया है. मृतक अर्जुन साव के पुत्र वीरेंद्र साव ने कहा की उनके पिता की मौत के 23 दिनों के बाद भी मामला जस की तस स्थिति में है और पुलिस की जांच एक सुई आगे नहीं बढ़ पाई है. ऐसे में उन्हें निराशा हाथ लगी है लेकिन, सीआईडी के द्वारा मामले की जांच से उन्हें न्याय मिलने की उम्मीद है.
क्या है पूरा मामला: गौरतलब है कि 13 अप्रैल को पुलिस गिरफ्त में आने के बाद फूटलहिया नदी के पास से माईका कारोबारी अर्जुन साव का शव संदिग्ध स्तिथि में बरामद हुआ था. इस बाबत अर्जुन साव के परिजनों ने डोमचांच थाना प्रभारी समेत चार पुलिसकर्मियों पर हत्या का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज कराया था. वही कोडरमा एसपी ने भी तात्काल इस मामले में दोषी पाते हुए डोमचांच थाना प्रभारी समेत चार पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया था. लेकिन, हत्या के बाबत दर्ज प्राथमिकी के आलोक में आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने से परिवार नाखुश है. अर्जुन साव की पुत्रवधू सुमित्रा देवी का कहना है कि अगर यह मामला किसी दूसरे का होता तो इस मामले में पूरे परिवार को पुलिस उठा लेती लेकिन इस मामले में जब आरोप पुलिस पर है इस कारण 23 दिन बीत जाने के बाद भी आरोपित पुलिसकर्मी खुले घूम रहे हैं और उनकी गिरफ्तारी नहीं हो रही है.