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पुलिस का मुखबिर होने के शक में युवक की हत्या कर जलाया शव, अफीम कारोबार पर कार्रवाई से जुड़े तार

खूंटी जिले के मारंगहादा थाना क्षेत्र के सिरकापीढ़ी के जंगल में पुलिस को एक जला हुआ शव मिला है. मृतक की पहचान लांदुप गांव निवासी लक्ष्मी नारायण ठाकुर के रूप में हुई है. पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक युवक की हत्या पुलिस का मुखबिर होने के शक में की गई है.

police informer in khunti
सिरकापीढ़ी का जंगल जहां युवक की हत्या कर शव जला दिया गया.
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Published : Feb 20, 2021, 6:44 PM IST

खूंटी: जिले के मारंगहादा थाना क्षेत्र के सिरकापीढ़ी के जंगल में पुलिस को एक जला हुआ शव मिला है. मृतक की पहचान लांदुप गांव निवासी लक्ष्मी नारायण ठाकुर के रूप में हुई है. पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक युवक की हत्या पुलिस का मुखबिर होने के शक में की गई है.

ये भी पढ़ें-नीति आयोग की बैठक में बोले सीएम हेमंत, मनरेगा की बढ़ाएं राशि

पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, लांदुप गांव निवासी लक्ष्मी नारायण ठाकुर गांव के कुछ ग्रामीणों के साथ 10 फरवरी को मेला देखने उलिहातू के कंट्राडीह गांव गया था लेकिन वापस नहीं लौटा. मृतक की पत्नी बिमला देवी ने काफी खोजबीन की लेकिन कुछ पता नहीं चला. इस पर पत्नी ने 11 फरवरी को मारंगहादा थाना पुलिस को जानकारी दी. यहां पुलिसकर्मियों के ध्यान न देने पर बिमला देवी ने 14 फरवरी को दोबारा मारंगहादा थाने में शिकायत दी. इसमें उसने गांव के कुछ लोगों पर शक जाहिर किया था लेकिन पुलिस ने फिर कोई कार्रवाई नही की.

अब शनिवार को मारंगहादा पुलिस ने महिला के दिए आवेदन के आधार पर नामजद अभियुक्तों को हिरासत में लिया. इस पर अभियुक्तों ने पुलिस को बताया कि लक्ष्मी नारायण की हत्या कर शव को जला दिया गया है. हिरासत में लिए गए गुल्ली मुंडा और खुदिया मुंडा ने पुलिस को बताया कि लक्ष्मी की हत्या अगर नहीं की जाती तो गांव के कई लोगों को पुलिस जेल भेज देती.

ऐसे की हत्या

आरोपियों ने पुलिस को बताया कि मेला देखकर वे लोग लौटे तो लांदुप स्थित सिरकापीढ़ी जंगल चले गए. यहां पहले से उनके कई साथी मौजूद थे , उनके साथ मिलकर लक्ष्मीनारायण की पत्थर से कूचकर हत्या कर दी और जंगल से भाग गए. लेकिन वे लोग दोबारा जंगल आए और शव को जला दिया. पुलिस ने घटनास्थल से चप्पल और मृतक का एक पैर बरामद किया है, जबकि शव जली अवस्था में मिला है. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.

ये भी पढ़ें-रांची से चेन्नई भेजी गई 21 लड़कियों की ट्रैफिकिंग की सूचना पर एयरपोर्ट पर रोका, पुलिस और सीडब्ल्यूसी कर रही जांच


पुलिस सूत्रों के अनुसार लक्ष्मी नारायण की हत्या नाजमद अभियुक्तों ने इसलिए कर दी क्योंकि मारंगहादा पुलिस इन दिनों अफीम माफिया के खिलाफ कार्रवाई कर रही है. साथ ही क्षेत्र में हुए अन्य कांडों का खुलासा करने में लगी है. हाल के दिनों में मारंगहादा पुलिस ने कई हत्यारों और अफीम से जुड़े माफिया को गिरफ्तार कर जेल भेजा है. गिरफ्तारियां होने से आसपास के ग्रामीणों को लगा कि लक्ष्मी नारायण पुलिस का मुखबिर है. इसलिए उसकी हत्या कर दी गई. फिलहाल हिरासत में लिए गए आरोपियों से पूछताछ जारी है और कांड में शामिल अन्य हत्यारों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है. इधर थाना प्रभारी ने बताया कि घटना में शामिल अन्य अपराधियों की तलाश के बाद पूरा घटना का खुलासा हो पाएगा.

खूंटी: जिले के मारंगहादा थाना क्षेत्र के सिरकापीढ़ी के जंगल में पुलिस को एक जला हुआ शव मिला है. मृतक की पहचान लांदुप गांव निवासी लक्ष्मी नारायण ठाकुर के रूप में हुई है. पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक युवक की हत्या पुलिस का मुखबिर होने के शक में की गई है.

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पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, लांदुप गांव निवासी लक्ष्मी नारायण ठाकुर गांव के कुछ ग्रामीणों के साथ 10 फरवरी को मेला देखने उलिहातू के कंट्राडीह गांव गया था लेकिन वापस नहीं लौटा. मृतक की पत्नी बिमला देवी ने काफी खोजबीन की लेकिन कुछ पता नहीं चला. इस पर पत्नी ने 11 फरवरी को मारंगहादा थाना पुलिस को जानकारी दी. यहां पुलिसकर्मियों के ध्यान न देने पर बिमला देवी ने 14 फरवरी को दोबारा मारंगहादा थाने में शिकायत दी. इसमें उसने गांव के कुछ लोगों पर शक जाहिर किया था लेकिन पुलिस ने फिर कोई कार्रवाई नही की.

अब शनिवार को मारंगहादा पुलिस ने महिला के दिए आवेदन के आधार पर नामजद अभियुक्तों को हिरासत में लिया. इस पर अभियुक्तों ने पुलिस को बताया कि लक्ष्मी नारायण की हत्या कर शव को जला दिया गया है. हिरासत में लिए गए गुल्ली मुंडा और खुदिया मुंडा ने पुलिस को बताया कि लक्ष्मी की हत्या अगर नहीं की जाती तो गांव के कई लोगों को पुलिस जेल भेज देती.

ऐसे की हत्या

आरोपियों ने पुलिस को बताया कि मेला देखकर वे लोग लौटे तो लांदुप स्थित सिरकापीढ़ी जंगल चले गए. यहां पहले से उनके कई साथी मौजूद थे , उनके साथ मिलकर लक्ष्मीनारायण की पत्थर से कूचकर हत्या कर दी और जंगल से भाग गए. लेकिन वे लोग दोबारा जंगल आए और शव को जला दिया. पुलिस ने घटनास्थल से चप्पल और मृतक का एक पैर बरामद किया है, जबकि शव जली अवस्था में मिला है. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.

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पुलिस सूत्रों के अनुसार लक्ष्मी नारायण की हत्या नाजमद अभियुक्तों ने इसलिए कर दी क्योंकि मारंगहादा पुलिस इन दिनों अफीम माफिया के खिलाफ कार्रवाई कर रही है. साथ ही क्षेत्र में हुए अन्य कांडों का खुलासा करने में लगी है. हाल के दिनों में मारंगहादा पुलिस ने कई हत्यारों और अफीम से जुड़े माफिया को गिरफ्तार कर जेल भेजा है. गिरफ्तारियां होने से आसपास के ग्रामीणों को लगा कि लक्ष्मी नारायण पुलिस का मुखबिर है. इसलिए उसकी हत्या कर दी गई. फिलहाल हिरासत में लिए गए आरोपियों से पूछताछ जारी है और कांड में शामिल अन्य हत्यारों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है. इधर थाना प्रभारी ने बताया कि घटना में शामिल अन्य अपराधियों की तलाश के बाद पूरा घटना का खुलासा हो पाएगा.

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