खूंटीः जिले में पिछले तीन चार दिनों से लगातार बारिश हो रही है तो जंगली हाथी भी इलाके में विचरण कर रहे हैं. जंगली हाथियों के विचरण करने के दौरान रास्ते में मिलने वाली घरों को वो तोड़कर तहस-नहस कर दे रहे हैं. इन जंगली हाथियों से ग्रामीण भयभीत हो रहे हैं. बारिश होने के कारण ग्रामीण घरों में कैद हैं. लेकिन हाथियों का झुंड घरों को तोड़कर ग्रामीणों को बेघर कर रहा है. जंगली हाथियों का उत्पात लगातार जारी है, जिससे ग्रामीण बेबस हैं.
इसे भी पढ़ें- Wild Elephant Rampage: गिरिडीह में जंगली हाथी का उत्पात, ग्रामीणों में दहशत
जंगली हाथियों के झुंड ने बुधवार रात कर्रा थाना क्षेत्र के जरियागढ़ पंचायत स्थित सिमटिमड़ा और गोविंदपुर पंचायत के गुस्सा टोली में उत्पात मचाया. गुस्सा टोली के मंगल बरला और सिमटिमड़ा गांव के इस्राइल होरो के घर को धवस्त कर दिया और घर में रखा अनाज चट कर दिया. जंगली हाथियों के उत्पात से दोनों जगह पर घर में रह रहे लोगों ने अपनी अपनी जान बचाकर भाग निकले.
स्थानीय जनप्रतिनिधि राहुल केशरी और नामजन होरो ने गुरुवार सुबह घटनास्थल जाकर घर का मुआयना किया. बारिश में भीग रहे ग्रामीणों के लिए बरसात से बचाव के लिये तिरपाल खरीदने के लिए सहयोग राशि प्रदान की. इसके साथ कर्रा वनपाल को इस घटना की जानकारी भी दी.
जानकारी के अनुसार हाथियों का झुंड ने 22 जुलाई की रात लतरातू डैम का केज निर्माण करने वाले मजदूरों का घर तोड़कर अनाज चट कर गए और मजदूरों खदेड़ कर भगा दिया. मजदूर वहां से भागकर पहाड़ पर चढ़कर अपनी जान बचाई थी. सूचना पर ग्रामीण और वन विभाग की टीम ने हाथियों के झुंड को खदेड़ा था. वहीं दूसरी घटना 30 जुलाई की है, जब जंगली हाथियों के झुंड ने देरांग रास्ते से निकल पर राहगीरों को दौड़ाया था. रोमिल गुड़िया नामक व्यक्ति को जंगी हाथी ने अपने सूंड़ से पकड़ कर जमीन पर पटक दिया, जिससे उनका दोनों पैर टूट गया था.
वन विभाग के अधिकारियों के अनुसार जिले के रनिया, तोरपा और कर्रा प्रखंड क्षेत्र में हाथियों का झुंड लगातार इन क्षत्रों में भ्रमणशील हैं, जिसके कारण लोगों को परेशानी हो रही है. बताया जा रहा है कि लगातार बारिश होने और अनाज की खोज में जंगली हाथियों का झुंड आबादी वाले इलाके में पहुंच रहे हैं और खाने की तलाश में ग्रामीणों के घरों को तोड़ रहे हैं. वन विभाग के अधिकारियों के अनुसार हाथियों को भगाने के लिए कार्रवाई की जा रही है.