खूंटी: जिले के तोरपा में जनजातीय मामलों के केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा मंगलवार को पहली बार सांसद सह मंत्री बनने के बाद तोरपा पहुंचे. यहां कार्यकर्त्ताओं और किसानों के साथ रू-ब-रू हुए. पहली बार तोरपा पहुंचने पर कार्यकर्ताओं ने मंत्री का स्वागत किया. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि किसानों के साथ संवाद करने की इच्छा थी ताकि किसान भाइयों के भविष्य को बेहतर बना सकें. तोरपा नगर भवन में आयोजित किसान संगोष्ठी में कृषि कानून 2020 के प्रमुख बिंदुओं को लेकर मंत्री ने चर्चा की.
केंद्रीय मंत्री ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री का जो सपना है किसानों की आय दोगुनी करने की उसे पूरा करने की आवश्यकता है. किसान तो अन्नदाता है उसको सब्सिडी नहीं चाहिए, प्रोत्साहन चाहिए. किसान का फसल यदि खराब हो जाए तो फसल बीमा मिलना चाहिए. उन्होंने कहा कि हमने राज्य सरकार को पत्र लिखा है कि किसानों को समय पर खाद और बीज उपलब्ध हो. ब्लैक मार्केटिंग न हो. किसानों के संरक्षण और संवर्धन की जरूरत है. किसान अपनी उपज सिर्फ लैम्प्स और पैक्स को ही न बेचें. उत्पादन को बेचने के लिए व्यापक बाजार उपलब्ध होना चाहिए ताकि किसानों को जहां पसंद हो वहां अपनी उपज बेच सकें.
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केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि पहले किसान चुंगी और मसूल देते देते थक जाता था. अब उन सब चीजों से मुक्ति मिलेगी. किसानों को माल ढुलाई का खर्च वहन नहीं करना पड़ेगा. किसान अब खरीददार से सीधे जुड़ेंगे. किसानों को ऑर्गेनिक खेती में भी लाभ होगा. मत्स्य पालन को भी कृषि से जोड़ा गया है. कृषि उपज के निर्यात के तीन दिनों के अंदर किसानों को पैसा देना होगा नहीं तो पेनल्टी लगेगी.