खूंटीः जिला में कर्रा अंतर्गत पाट-पहाड़ मेला में गुरुवार को जनजातीय मामलों के केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने शिरकत की. ग्रामीणों के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम का आनंद भी लिया. इसके अलावा पारंपरिक और आधुनिक वाद्ययंत्रों के धुन में नागपुरी गीतों के साथ मुंडा थिरकते नजर आए.
'मेले में आकर मैं उत्साहित हूं'
इस अवसर पर मेले में शामिल स्थानीय ग्रामीणों को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि मुझे देशभर के आदिवासियों के लिए काम करने का मंत्रालय मिला है. देश में 26 प्रतिशत आदिवासी हैं, 700 से ज्यादा विभिन्न समूह के आदिवासियों की जनसंख्या साढ़े सात करोड़ है. यहां मेले में आकर मैं उत्साहित हूं. उन्होंने कहा कि मेला खुशी का इजहार करने के लिए हमारे पूर्वजों ने दो सौ चार सौ साल पूर्व आरंभ किया था. सालभर कृषि कार्य संपन्न होने के बाद हमारे पूर्वज पूजा पाठ के माध्यम से सुख दुख के बीच सालभर ईश्वर को धन्यवाद देने के लिए मेले की परंपरा का शुरुआत की. देवी-देवता के स्थान की पहचान पहाड़ पर्वत पर की, पूजा पाठ और मेला के माध्यम से हम देवता को धन्यवाद देते हैं.
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एहतियात बरतने की सलाह
केंद्रीय मंत्री ने कोरोना संक्रमण को लेकर लोगों से एहतियात बरतने की भी सलाह दी. उन्होंने कहा कि कोरोना विदेशी बीमारी है, बड़े विकसित देशों में ज्यादा फैली है. लेकिन देश के प्रधानमंत्री ने कहा कि ग्रामीण इलाकों में 70 साल बाद भी स्वास्थ्य सुविधा बेहतर नहीं है, इसलिए यह बीमारी ना फैले इसकी चिंता करनी चाहिए, यह बीमारी दूसरों तक ना पहुंचे इसका प्रयास करना चाहिए.
यहां कई फुटबॉल मैच होता रहा है अगर ये मैदान किसी का रैयती नहीं है तो यहां बिल्डिंग निर्माण की राशि देने के लिए मैं तैयार हूं. भवन बनने से यहां पूजा-पाठ, खेल, कला संस्कृति और शादी-ब्याह में भी भवन का उपयोग हो सकेगा. साथ ही शिक्षा, स्वास्थ्य और सड़कें कैसे यहां अच्छी हों इसकी चिंता भी हमें है. 2023 तक सबका पक्का मकान हो और 2024 तक सबके यहां पाइप से नलजल की सुविधा हो यह पीएम का सपना है. आने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम में बेहतर किसानों को चिन्हित करके रखिये मैं उन्हें सम्मानित करूंगा.